शिक्षा मंत्री ने स्वच्छता अभियान के नियमित निरीक्षण एवं मॉनीटरिंग के दिए निर्देश

जोधपुर, 02 फरवरी (हि.स.)। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सर्वांगीण स्वच्छता को प्राथमिक जरूरत बताते हुए परिवेशीय स्वच्छता के प्रति हर स्तर पर सार्थक प्रयासों में गंभीरतापूर्वक समर्पित प्रयासों में जुटने का आह्वान किया है। शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को जोधपुर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत गतिविधियों की समीक्षा बैठक में यह आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप स्वच्छता पखवाड़े को आशातीत सफल बनाने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी एवं पूर्ण समन्वय के साथ जुटें और इसमें कहीं कोई कमी न रहने दें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का कार्य एक पखवाड़े या अभियान तक सीमित नहीं रहे बल्कि इसे वर्ष पर्यन्त 365 दिनों में नियमित रूप से जारी रखने की आवश्यकता है। इसके लिए स्वच्छता को अपनी जीवनशैली का अहम् हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को ग्राम पंचायत, उपखंड, ब्लॉक और वार्ड से लेकर हर स्तर पर अपनाने की जरूरत है।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्वच्छता की दृष्टि से पंचायत कार्यालय, सार्वजनिक एवं विद्यालयों के शौचालयों की सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके लिए नियमित निरीक्षण व समीक्षा पर पूरा-पूरा ध्यान दिया जाए। ख़ासकर प्लास्टिक के उपयोग पर रोकथाम के लिए कारगर प्रयास करें। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों से आह्वान किया कि स्व अनुशासन से प्लास्टिक के उपयोग को रोकें और समाज में सम्पूर्ण स्वच्छता का आदर्श वातावरण स्थापित करें।

शिक्षा मंत्री दिलावर ने शहरी एवं ग्रामीण स्तर की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के लिए की जा रही गतिविधियों एवं प्रयासों के अन्तर्गत नियमों के सरलीकरण की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि सभी विभाग पारस्परिक सहयोग एवं समन्वय के साथ एक जुट होकर राष्ट्रहित में स्वच्छता के कार्य को एक अनुष्ठान के रूप में लें और इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित कराएं। विभागीय अधिकारी नियमित समीक्षा एवं निरीक्षण दौरे करें और सतत् पर्यवेक्षण का दौर बनाए रखें ताकि इस कार्य में नियमितता बनी रहे।

शिक्षा मंत्री ने संभागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि महीने में एक बार किसी भी एक गांव में सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करवाएं, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी भी सम्मिलित हों। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि स्वच्छता के प्रति गंभीरता बरती जाए। इस मामले में किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विद्यालयों, जनोपयोगी स्थलों, सार्वजनिक क्षेत्रों, अस्पतालों आदि में बेहतर स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग तंत्र को सुदृढ़ करने पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सफाई सुनिश्चित कर देश सेवा एवं देश के विकास में सहयोग दें।

संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने विश्वास दिलाया कि इस दिशा में उपयुक्त एवं नियमित मॉनिटरिंग अपनाते हुए स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाने में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। आईजी रेंज जयनारायण शेर ने स्वच्छता को सुनिश्चित करने में पुलिस विभाग की भागीदारी का जिक्र करते हुए विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों और तैयारियों के बारे में जानकारी दी और कहा कि इसके प्रति विभाग गंभीर है। जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा कि जिले में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए विभागीय निरीक्षण के लिए संबंधितों को निर्देशित किया जायेगा ताकि जिले में सभी स्तरों पर स्वच्छता के आदर्श स्थापित किए जा सकें।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. धीरज कुमार सिंह ने स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत की जा रही विभिन्न गतिविधियों, नवाचारों एवं कार्यक्रमों की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी। इस अवसर पर सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, नगर निगम आयुक्त अतुल प्रकाश एवं डॉ. टी शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) जयनारायण मीना, पुलिस उपायुक्त गौरव यादव एवं डॉ. अमृता दुहन सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

   

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