भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में कृषि मंत्री ने मेले का किया उद्घाटन,स्टालों का अवलोकन

भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में कृषि मंत्री  क्षेत्रीय कृषि मेला में :फोटो बच्चा गुप्ता

वाराणसी,03 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को शाहंशाहपुर स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में आयोजित क्षेत्रीय कृषि मेला का फीता काट कर उद्घाटन किया। कृषि मेला के उद्घाटन के बाद कृषि मंत्री ने स्टालों का भी अवलोकन किया और स्टाल पर लगे कृषि उत्पादों की जानकारी ली।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पहले किसानों को कोई पूछने वाला नहीं था, आज किसान खुशहाल है। किसान सम्मान निधि देकर उनका सम्मान किया जा रहा है। सरकार समय से सभी किसानों का भुगतान कर देती है। चाहे धान का उत्पादन करने वाले किसान हों या गेहूं का उत्पादन करने वाले या फिर गन्ना लगाने वाले किसान हो। कृषि मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के हर जनपद में कृषि विज्ञान केंद्र को सुरक्षित किया गया है। जहां से किसान प्रतिदिन नई तकनीकी जानकारी प्राप्त करते हैं। किसान अब वैज्ञानिक खेती की ओर भी मुड़ रहे हैं।

एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने बताया कि बुद्ध की धरती कुशीनगर में लगभग 650 करोड़ की लागत से कृषि विश्वविद्यालय बनाने की योजना है। भगवान बुद्ध तो भगवान विष्णु के अवतार है। उनके सातवें अवतार की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। उनके दसवें अवतार महात्मा बुद्ध के नाम पर कृषि विश्वविद्यालय बनाकर काला नमक चावल की खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा। यहां कृषि विश्वविद्यालय के अलावा उद्यान महाविद्यालय,पशु पालन का महाविद्यालय बनेगा। मेले में आए कृषि मंत्री का स्वागत आईआईवीआर के निदेशक डॉ तुषार कांति बेहेरा ने स्मृति चिंह देकर किया।

तकनीकी सत्र में कृषि विशेषज्ञ किसानों के साथ संवाद करेंगे

संस्थान के निदेशक डॉ तुषार कान्ति बेहेरा ने बताया कि तीन दिवसीय विशाल क्षेत्रीय किसान मेले में उन्नत कृषि उपायों पर चर्चा होगी। मानव स्वास्थ्य एवं कृषक समृद्धि पर आयोजित मेले में सब्जियों की उन्नत खेती, पालीहाउस, हाई टेक नर्सरी, जैविक खेती, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, कृषि यंत्रीकरण, ड्रोन, कीट एवं रोग प्रबंधन जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित किये जायेंगे। जिसमें देश भर से आये कृषि विशेषज्ञ किसानों के साथ संवाद करेंगे। मेले में मुख्य आकर्षण सब्जी प्रदर्शनी एवं विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा कृषि उत्पादों/यंत्रों का प्रदर्शन एवं विक्रय है। राज्य और केंद्र सरकार, विश्वविद्यालयों, आईसीएआर संस्थानों, कृषि-व्यवसाय संस्थानों और अनेक कंपनियों के प्रतिनिधि, छह अलग-अलग राज्यों के पांच हज़ार से अधिक किसान मेले में भाग ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित

   

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