भगवान बिरसा मुंडा की भूमि को नशा मुक्त बनाएं: डालसा सचिव

खूंटी, 20 जून (हि.स.)। जिला प्रशासन, डालसा और चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीनी) के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को सिलादोन पंचायत भवन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने मादक पदार्थों से जुड़े कानूनी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम आयु के किशोरों को मादक पदार्थ की बिक्री गैर कानूनी है। मादक पदार्थों की खरीद-बिक्री गैर कानूनी है। नशीले पदार्थ जैसे अफीम, गांजा की गैर कानूनी तरीके से खेती दंडनीय अपराध है। इसके लिए कठोर सजा का प्रावधान है। दोषी पाए जाने पर 20 वर्ष तक की सजा और दो लाख या उससे अधिक का जुर्माना हो सकता है।

हम सब का कर्तव्य बनता है कि भगवान बिरसा मुंडा की भूमि को नशा मुक्त बनाएं। खूंटी प्रमुख छोटराय मुंडा ने ग्रामीण क्षेत्रों में नशापन से हो रहे दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए कहा कि नशापान के कारण लोगों को आर्थिक, समाजिक, शारीरिक, मानसिक रूप से परेशानियां उठानी पड़ती है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले बाजार हाट, मेलों में भी नशापान के कारण व्यवधान उत्पन्न होता है, शांति व्यवस्था भंग होती है। नशे के कारण बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।

नशोपान को खत्म करने के लिए ग्रामसभा को सशक्त होना होगा और इसके लिए महिलाओं को आगे आना होगा। मादक पदार्थों के खिलाफ सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहिम पर चर्चा करते हुए खूंटी बीडीओ ज्योति कुमारी ने कहा कि अफीम की खेती गैरकानूनी है जो भी अफीम की खेती करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिस जमीन पर अफीम की खेती पाई जाएगी उसके जमीन मालिक पर भी केस दर्ज किया जाएगा। क्षेत्र में कहीं भी मादक पदार्थ या अफीम की खेती होती हो तो टोल फ्री नंबर 112 में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि खूंटी के कई किसान हैं जो टमाटर, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, लेमनग्रास की खेती कर बेहतर आय अर्जित कर रहे हैं। सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है ग्रामीणों को उनका लाभ लेना चाहिए। मादक पदार्थों के कारण बच्चों पर हो रहे दुष्प्रभाव पर चर्चा करते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी मो. अल्ताफ खान ने कहा कि नशापान के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे होते हैं, कुपोषण का एक बड़ा कारण मादक पदार्थों का सेवन और उसकी खेती है।

हम सबकी जिम्मेवारी है कि हम बच्चों को सुरक्षित वातावरण दे, इसके लिए हमें नशा पान का त्याग करना होगा। इससे पूर्व विषय प्रवेश करते हुए सीनी संस्था के कुमार सौरभ ने नशे के दुरुपयोग और उसके दुष्प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। उपस्थित अतिथियों और ग्रामीणों ने अभियान के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान चलाकर नशे के खिलाफ शपथ भी लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

   

सम्बंधित खबर