सीमावर्ती क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दें : केसरी


जम्मू। स्टेट समाचार
हाल ही में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों को लेकर शिव सेना हिंदुस्तान ने किसानों के लिए चिंता जताई है। रविवार को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने अरनिया के त्रिवा मोड़ पर प्रैसवार्ता कर किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। केसरी ने कहा कि जलवायु संकट के कारण असामयिक बारिश एक नियमित घटना बन गयी है। असामयिक और अत्यधिक वर्षा की घटनाएं कृषक समुदायों को तेजी से प्रभावित कर रही हैं। छोटे और सीमांत भूमिधारकों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है, लेकिन बारिश के मौजूदा दौर ने बड़े किसानों की संभावनाओं को भी बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा, यह पहले से ही स्थापित है कि जलवायु परिवर्तन से ऐसी चरम घटनाओं की आवृत्ति बढ़ेगी लेकिन मौजूदा मुआवजा और बीमा योजनाएं आवश्यक राहत नहीं लाती हैं। केसरी ने आगे कहा कि हमें जलवायु वित्तपोषण और बीमा योजनाओं पर एक मजबूत नीतिगत निर्णय की आवश्यकता है ताकि अभाव को कम किया जा सके और संकटपूर्ण प्रवासन पर अंकुश लगाया जा सके। केसरी ने कहा कि कृषक समुदाय के साथ किए गए वादे अक्सर टूट जाते हैं और संबंधित सरकारों द्वारा उन्हें मात्र आश्वासन दिया जाता है। केसरी ने जम्मू-कश्मीर में क्षतिग्रस्त फसलों के लिए मुआवजे, रणबीर नहर और क्षेत्र की अन्य सभी नहरों से गाद निकालने, किसानों को ग्रामीण स्तर पर खरीद की सुविधा देने, किसानों को वृद्धावस्था पेंशन का प्रावधान करने, सभी गांवों में डेयरी खोलने आदि की मांग रखी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से बलवीर कुमार, बलवंत सैनी, विजय लूथरा, सुरेश कुमार, कैप्टन गहरा राम, विश्वनाथ, राज कुमार, संजीव शर्मा, देसराज फौजी, राकेश कुमार, धीरज कुमार, दर्शना देवी, रजनी देवी, नीरू और अन्य शामिल थे।

   

सम्बंधित खबर