छतरपुर: बोर्ड परीक्षाएं सोमवार से, संवेदनशील केन्द्रों पर रहेगी विशेष चौकसी

छतरपुर, 4 फ़रवरी (हि.स.)। जिले में सोमवार से बोर्ड की परीक्षाएं शुरु होने जा रही हैं। हायर सेकेण्डरी और हाई स्कूल की परीक्षाओं का टाइम टेबल मंडल ने पहले ही जारी कर दिया था। सोमवार 5 फरवरी को कक्षा 10वीं का पहला पेपर होगा, जो कि हिन्दी का है। हाई स्कूल की परीक्षाएं 5 से 28 फरवरी तक तथा कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 6 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगीं, इसके लिए जिले में कुल 72 परीक्षा केंद्र बनाए गए जिन पर कक्षा 10वीं के 20 हजार 537 और कक्षा 12वीं के 29 हजार 361 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इन केंद्रों पर सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच परीक्षा होगी।

शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा केन्द्रों पर सभी तैयारियां कर ली गई है। शहर के उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 के शिक्षक नीरज बाजपेयी ने बताया कि रविवार को उनके विद्यालय में परीक्षार्थियों के रोल नंबर चस्पा किए गए। इसके साथ ही परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो इसके इंतजाम भी कर लिए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों पर पानी से लेकर नकल को रोकने तक की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उल्लेखनीय है कि इस बार जिले में 1 संवेदनशील और 6 अतिसंवेदनशील केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर विभाग ने सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की है। इसके अलावा स्वाध्यायी विद्यार्थियों की परीक्षा 6 फरवरी से 5 मार्च के बीच जिले के 6 केंद्रों पर होगी। इन्हें मिले अंकों को 10 मार्च तक ऑनलाइन मंडल कार्यालय भेजा जाएगा। कक्षा 10वीं-12वीं के विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 5 से 20 मार्च के बीच होंगी। प्रायोगिक परीक्षाओं के संचालन पर नजर रखने के लिए जिले के कुछ स्कूलों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंडल ने प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए विशेषकर बाहरी मूल्यांकनकर्ताओं को बुलाने पर जोर दिया है। अधिकारियों के अनुसार स्वाध्यायी और नियमित विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा के अंक एमपी ऑनलाइन से भिजवाना है।

फर्जी परीक्षार्थियों को पकडऩे प्रवेश-पत्र पर लगाया क्यूआर कोड

इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए की जा रही तैयारियों में सबसे खास तैयारी फर्जी परीक्षार्थियों की निगरानी के लिए की गई है। दरअसल इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी किए गए प्रवेश-पत्रों पर एक क्यूआर कोड लगाया गया है जिसे स्कैन करते ही परीक्षार्थी की सही जानकारी सामने आ जाएगी। इसमें परीक्षार्थी का फोटो, आधार-कार्ड, माता-पिता की जानकारी और स्कूल सहित अन्य अहम जानकारी शामिल रहेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एमपी बोर्ड की परीक्षा में पहली बार प्रयोग किया जा रहा है। हालांकि सीबीएसई समेत दूसरे बोर्ड इसका उपयोग कर चुके हैं। क्यूआर कोड को एप के जरिए स्कैन किया जाएगा। यह एप बोर्ड द्वारा बनाया गया है। किसी परीक्षार्थी पर शंका होने पर प्रवेश-पत्र के क्यूआर कोड को स्कैन कर फोटो सहित अन्य जानकारी का तुरंत ही मिलान किया जा सकेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर/मुकेश

   

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