बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी

हमीरपुर, 05 फरवरी (हि.स.)। जिले में ग्लोबल वार्मिंग के चलते लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन का सीधा असर किसानों की फसलों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। एक महीने की भीषण सर्दी और कोहरे के बाद बची फसलों को सोमवार को बारिश और ओलावृष्टि नष्ट करने पर तुली हुई है, जिसको लेकर किसान परेशान हैं।

जिले में जनवरी महीने में पड़ी भीषण सर्दी और पूरे महीने पड़े कोहरे से दलहनी और तिलहनी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि गेहूं की लहलहाती फसल को देखकर किसान अपना होने वाला नुकसान जरूर भूल गया था और इस नुकसान की भरपाई गेहूं की फसल से होने का अनुमान लगाने लगा था। लेकिन फरवरी के पहले सप्ताह में जिले में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर भी पानी फेर दिया है।

जबकि मौसम विभाग ने सोमवार तक क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। जो रविवार शाम से शुरू हो गई थी और रविवार सारी रात हुई रुक रुक कर बारिश का सिलसिला सोमवार को जारी रहा जबकि इस दौरान क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की ओलावृष्टि की खबरें भी आईं हैं। वहीं, सोमवार की रात भी बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिससे किसानों के माथे पर लकीरें उभर रही हैं और उसे अपनी फसलों के चौपट होने का डर सताने लगा है। हालांकि अगर मौसम विभाग का अनुमान सही रहता है और सोमवार की रात भी बारिश होती है तो किसानों की फसलों के बर्बाद होने का प्रतिशत और बढ़ जाएगा।

ओलावृष्टि से मटर मसूर की फसल में हुआ नुकसान

रिमझिम बरसात के साथ ओले गिरने से मटर, मसूर की फसल खेतों में पसर गई है। किसानों को आशंका है कि इन दोनों फसलों में अच्छा खासा नुकसान हुआ है। बीती रात कुदरत ने जमकर कहर बरपाया। रात में शुरू हुआ बारिश का सिलसिला सोमवार को रुक-रुक कर जारी रहा और सुबह जाकर थमा। सोमवार को भी दिनभर बादलों की आवाजाही से किसान सहमा रहा और आकाशीय घटनाक्रम से किसान भयभीत दिखाई दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/दीपक/बृजनंदन

   

सम्बंधित खबर