उज्जैन: नर्सिंग सेवा छोड़कर पेंट से कर रहे रंगाई-पुताई

उज्जैन, 6 फरवरी (हि.स.)। जिला अस्पताल में एनकॉस की टीम आने वाली है। यह टीम अस्पताल में अधोसंरचना, उपकरणों की स्थिति से लेकर दी जा रही सेवा का मूल्यांकन करेगी। मूल्यांकन के नम्बर इस टीम द्वारा दिए जाएंगे। ये नम्बर प्रदेश स्तर पर सभी जिलों में जाने वाली टीम द्वारा मौके पर मिली स्थिति अनुसार दिए जाएंगे। प्रदेश में जो जिला अस्पताल अव्वल आएगा, उसे लाखों रुपये का पुरस्कार प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाएगा। इसके चलते इन दिनों जिला अस्पताल के सभी वार्डो,ऑप्रेशन थियेटर,ड्रेसिंग रूम,इंजेक्शन लगानेवाले कक्ष,दवाई वितरण कक्ष से लेकर ओपीडी के विशेषज्ञ कक्षों तक में साफ-सफाई से लेकर रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। खास बात यह है कि यह काम किसी आउटसोर्स कम्पनी द्वारा नहीं किया जा रहा है। दीपावली की सफाई की तर्ज पर अस्पताल का नर्सिंग अमला,चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी आदि के द्वारा किया जा रहा है।

बातचीत में कतिपय स्टॉफ का कहना है कि उनके द्वारा अपने ड्यूटी समय में यह काम किया जा रहा है क्योंकि उन्हे कहा गया है। निर्देश हैं कि अपने अपने जिम्मेदारीवाले वार्डो,कक्षों में रखरखाव से लेकर सफाई और पुताई तक काम स्वयं करें। इसलिए वे नर्सिंग सेवा से हटकर इस काम में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। ताकि पुरस्कार मिल सके। इस प्रश्न पर कि मरीजों के परिजनों तथा मरीजों का स्वयं आरोप है कि उनकी परिचर्या ठीक तरीके से नहीं हो रही है? जवाब आता है-एक समय में एक काम करवा लो। या तो नर्सिंग सेवाएं ले लो या फिर सफाई,पुताई आदि करवा लो........।

इनका कहना है

इस संबंध में जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. नितराज गौड़ का कहना है कि एनकॉस की टीम शिघ्र आनेवाली है। भोपाल एवं देवास के एक-एक डॉक्टर द्वारा सभी चीजों का मूल्यांकन किया जाएगा। टीम देखेगी कि सर्विस किस स्तर की दी जा रही है। उपकरणों का रखरखाव एवं गुणवत्ता कितनी है। यदि सेवाएं अच्छी निकली तो प्रदेश स्तर पर लाखो रूपए का पुरस्कार मिलेगा,जिससे पुन: अस्पताल का कायाकल्प किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि नर्सिंग आदि स्टॉफ इस काम में जुटा हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/ललित ज्वेल/मुकेश

   

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