स्वास्थ्य सुविधाओं में लापरवाही पर होगी कार्रवाई -कलेक्टर कार्तिकेया गोयल

रायगढ़,8 फरवरी (हि.स.) ।कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की मैराथन बैठक ली। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, आमजनों तक सेवाओं की पहुंच, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, चिकित्सकों की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों, दवाइयों की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण मानकों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।कलेक्टर श्री गोयल ने जिले के सभी डॉक्टर्स एवं नर्सेज को मुख्यालय में निवास करने के निर्देश दिए है। स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर्स, नर्सेज और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही निवास करेंगे तो इससे आधी समस्याएं तो ऐसे ही दूर हो जाएंगी। उन्होंने सीएमएचओ से कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए हमेशा औचक निरीक्षण करें एवं कर्मियों के मुख्यालय निवास की जांच कर लापरवाही करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही करें।

कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने जिले के समस्त उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला अस्पताल में मानव संसाधन उपकरण लैब की मांग एवं आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली और जिले के समस्त अधूरी स्वास्थ्य सरंचनाओं के निर्माण कार्य को अति शीघ्र पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध है, उसकी नियमित जांच हो। कलेक्टर श्री गोयल ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों का स्पॉट पर जाकर स्वयं निरीक्षण करें। ठेकेदार द्वारा तैयार कराये जा मटेरियल को परखे, ताकि बिल्डिंग आगे चलकर कमजोर न हो और बारिश के समय सीपेज की समस्या न आए।

संस्थागत प्रसव बढ़ाने चलाएं अभियान-कलेक्टर श्री गोयल ने जिले के कुछ सीएचसी सेंटर में कम संस्थागत प्रसव को लेकर गहरी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि पहले अभियान चलाकर लोगों को संस्थागत प्रसव के लिए जागरुक करें और शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में आने के लिए प्रेरित करें। शासन के संस्थागत प्रसव की योजना का लाभ महिलाओं को मिले इसके लिए सार्थक पहल करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव को लेकर जागरुकता अभियान चलाने के साथ-साथ मितानिनों व कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने में जुट जाएं।स्वास्थ्य केन्द्रों में शासन से मिलने वाली सभी दवाईयां की उपलब्धता सुनिश्चित करवायें, जिससे ग्रामीण जनों को भटकना न पड़े।

जिले को एनीमिया मुक्त बनाने बनाएं कार्ययोजना-कलेक्टर श्री गोयल ने जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए एनीमिक बच्चों, किशोर-किशोरियों और एनीमिक माताओं की संख्या व प्रतिशत और जिले में एनीमिया कम करने के लिए किये जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जिले के सभी गांवों और नगरीय निकायों में एनीमिक मरीजों की संख्या में कमी लाने जागरूकता कार्यक्रम, एनीमिया से बचाव के लिए आयरन फोलिक एसिड व कृमिनाशक का संपूर्ण डोज लेने, वर्षभर सघन व्यवहार परिवर्तन, संवाद अभियान, डिजिटल माध्यम से एनीमिया जांच स्थल का प्रचार-प्रसार सहित तमाम विषयों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

हिन्दुस्थान समाचार /रघुवीर-प्रधान

   

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