नक्सलियों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने व आत्मसमर्पण हेतु प्रेरित करने पुलिस ने बनाई फिल्म

बीजापुर, 1 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में भाजपा की साय सरकार बनने के बाद सुरक्षा बल के जवान लगातार नक्सलियों पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। बस्तर संभाग के नक्सल ग्रस्त इलाकों में पिछले पांच महीनो में सुरक्षा बल के जवानों के साथ हुए अलग-अलग मुठभेड़ों में लगभग 150 से अधिक नक्सली मारे गए, वहीं बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने से नक्सल संगठन में भगदड़ के हालात बन गये हैं। जिसके परिणाम स्वरूप नक्सली अब सीधे तौर पर पुलिस से संपर्क कर आत्मसमर्पण कर रहे हैं।

नक्सलियों के लगातार आत्मसमर्पण के प्रयास को देखते हुए, बीजापुर पुलिस ने भी नक्सलियों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें समर्पण के लिए प्रेरित करने एक शॉर्ट फिल्म बनाई है। जिसमें नक्सलियों द्वारा बस्तर के लोगों के साथ किए जाने वाले भेदभाव को तो दर्शाया ही गया है। साथ ही नक्सली संगठन में भाई और बहन के किरदार का वर्णन करते हुए इस चीज को दिखाने की कोशिश की गई है कि संगठन में रहने के दौरान किस कदर परेशानियों का सामना करना पड़ता है, और मुठभेड़ के बाद क्या होता है। वहीं जब नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं और विकास की मुख्य धारा से जुड़ते हैं तो किस तरह एक स्वच्छ साफ और तनाव मुक्त जिंदगी जी सकते हैं। शॉर्ट फिल्म के अंत में बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने नक्सलियों के नाम एक संदेश भी जारी किया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा है कि यदि वे आत्मसमर्पण कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं, तो वह किसी के भी माध्यम से पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर आत्मसमर्पण कर सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

   

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