बीएचयू के प्रसूति तंत्र विभाग में पहली बार दूरबीन विधि से दुर्लभ बीमारी का सफल ऑपरेशन

वाराणसी, 10 फरवरी (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के प्रसूति तंत्र विभाग में पहली बार दूरबीन विधि से जटिल सिजेरियन स्कार एक्टोपिक बीमारी का सफल ऑपरेशन किया गया। आपरेशन के बाद मरीज को इस समस्या से होने वाली जटिलताओं से छुटकारा मिल गया। पीड़ित महिला तीन महीने के गर्भ के साथ प्रसूति तंत्र विभाग की ओपीडी में दर्द और रक्त प्रवाह की समस्या लेकर आई थी।

महिला का पहला बच्चा तीन साल पहले चीरा लगाकर पैदा हुआ था । दूसरी प्रेगनेंसी के 6 महीने में ही डिलीवरी हो गई थी । इससे फूल,प्लेसेंटा चिपक गया था। जिससे मरीज को काफी रक्त स्त्राव हुआ और बेहोश करके फूल/प्लेसेंटा निकाला गया था। तीसरी बार की प्रेगनेंसी के दौरान अल्ट्रा साउंड में पाया गया की मरीज सिजेरियन स्कार एक्टोपिक की समस्या से ग्रस्त है, जो एक दुर्लभ जटिलता है। इसमें भ्रूण स्वस्थ गर्भाशय की दिवार के बजाय पिछले सी -सेक्शन स्कार के निशान के ऊतक में प्रत्यारोपित हो जाता है। यह बढ़ते हुए सिजेरियन सेक्शन का एक दुष्प्रभाव भी है । इस स्थिति में गर्भ लम्बे समय तक नहीं टिक पाता और मरीज को काफी रक्त स्त्राव होता है। इससे मरीज की जान भी जा सकती है। प्रसूति तंत्र विभाग में पहली बार ऐसी समस्या का निदान विभागाध्यक्ष डॉ संगीता राय ने दूरबीन विधि से जटिल ऑपरेशन किया। पीड़ित महिला 98 किलोग्राम की थी और 2 दिन में ही महिला को छुट्टी कर दी गई। प्रो.राय के अनुसार महिला अब पूरी तरह स्वस्थ है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन

   

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