ट्रिपल आईटी में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर अन्तरराष्ट्रीय कार्यशाला 16 फरवरी से

प्रयागराज, 15 फरवरी (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) इलाहाबाद के सेंटर ऑफ इंटेलिजेंट रोबोटिक्स (सीआईआर) द्वारा आयोजित “जेनरेटिव एआई और ह्यूमन रोबोट इंटरेक्शन” विषय पर तीन दिवसीय चौथी अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला 16 फरवरी से झलवा परिसर में शुरू होगी।

सीआईआर के केंद्र प्रमुख प्रो0 जी.सी नंदी ने गुरुवार को बताया कि उनके केंद्र ने रोबोटिक्स के पुरा छात्रों को विशिष्ट पुरा छात्र पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने वैश्विक क्षेत्र में संस्थान के ब्रांड को स्थापित करने में अपनी भूमिका महत्वपूर्ण निभाई है। यह पुरस्कार डॉ. अभिमन्यु लाड इंजीनियरिंग निदेशक लिंक्डइन सैन फ्रांसिस्को, सुदीप्ति गुप्ता वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कैपिटल वन सैन फ्रांसिस्को, प्रत्यूस पटनायक उद्यमी और सिलिकॉन वैली यूएसए, भास्कर गुप्ता अमेजॅन सिएटल, डॉ. आलोक पार्लिकर अनुसंधान और विकास के उपाध्यक्ष, कोबाल्ट स्पीच और डॉ. समीर मेनन डेक्सटेरिटी इंक पालो ऑल्टो के संस्थापक को दिए जाएंगे।

प्रोफेसर नंदी ने कहा कि कार्यशाला में जेनेरेटिव एआई के क्षेत्र में हाल के विकासों को शामिल किया गया है। जिसमें बड़े भाषा मॉडल जैसे चैट जीपीटी और मानव रोबोट इंटरैक्शन पर इसका प्रभाव शामिल है। तीन दिवसीय कार्यशाला 16 फरवरी को सुबह 9ः30 बजे से सभागार, प्रशासनिक भवन में शुरू होगी। कार्यशाला में शीर्ष अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ता जैसे डेनवर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद एच. माहूर, इलिनोइस विश्वविद्यालय के अर्बाना शैंपेन, यूएसए के डॉ. केटी ड्रिग्स, कैंपबेल, इलिनोइस विश्वविद्यालय के डॉ. सौरभ गुप्ता और डॉ. एंड्रयू मेलनिक शामिल हैं।

कार्यशाला में भारत के शीर्ष रोबोटिक्स इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। जिनमें प्रो अनिर्बान गुहा आईआईटी मुम्बई, प्रो आशीष दत्ता आईआईटी कानपुर, प्रो देबजानी मित्रा आईआईटी (आईएसएम) धनबाद, डॉ. इंद्रनील साहा आईआईटी कानपुर, प्रो. वृजेंद्र सिंह आईआईआईटी इलाहाबाद और डॉ. राहुल काला आईआईआईटी ग्वालियर प्रमुख होंगे।

कार्यशाला में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर शीर्ष कम्पनियों के साथ एक मजबूत औद्योगिक उपस्थिति भी प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें उनके प्रमुख वक्ताओं के रूप में शामिल होंगे। कार्यशाला में प्रतिभागियों के व्यावहारिक कौशल को प्रभावित करने के लिए व्यावहारिक सत्र भी होंगे। प्रोफेसर नंदी ने कहा की तीन दिन प्रतिभागियों के लिए सीखने का एक भरपूर अनुभव होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित

   

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