गौ तस्करी को लेकर साय सरकार का मौन, भाजपा की संलिप्तता का प्रमाण है

भाजपाइयों के संरक्षण से गौ तस्कर बेलगाम

रायपुर, 15 फ़रवरी (हि.स.)। राजधानी रायपुर में हुए गौ तस्करी के मामले को लेकर पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि भाजपा की सरकार गौ हत्यारी सरकार है। भाजपा सरकार आते ही तस्करी होने लगी, गौ माता पर अत्याचार का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है। इन गौ तस्करों के गिरोह को भाजपा सरकार का संरक्षण है, इसलिए अब तक न कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही किसी की जिम्मेदारी तय की गई।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश के गृहमंत्री इतने संवेदनशील विषय पर विधानसभा में पूछे गए सवाल पर जवाब देते से बच रहे हैं, चर्चा से भाग रहे हैं। बात-बात पर सीबीआई जांच का धौंस दिखाने वाले भाजपाई यह बताएं कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार आते ही गौ तस्करी कैसे होने लगी है? गौ तस्करी की जांच सीबीआई से कब करवाएंगे?

उमेश पटेल ने विष्णुदेव साय सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पूरे मामले की लीपा-पोती करने में जुटी हुई है। नेशनल हाईवे पर लगभग 100 गायों से भरा बड़ा कंटेनर जिसमें आगे पीछे अलग-अलग फर्जी नंबर लगे हो बिना संरक्षण के इस तरह से गौ तस्करी नहीं कर सकते हैं। 100 से अधिक गाएं एक ही कंटेनर से निकाली गई, जिसमें से 13 गायों की मृत्यु हो चुकी थी, लेकिन गूंगी-बहरी साय सरकार गौ तस्करों पर कार्रवाई करने के बजाय गौरक्षकों के खिलाफ ही बयान बाजी कर रहे हैं। इस संदर्भ में भाजपा के वरिष्ठ नेता रामविचार नेताम ने उल्टे गौतस्करी को रोकने वाले गौ रक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह कर भाजपा की मिलीभगत और गौ तस्करों को संरक्षण देने के षड़यंत्र को प्रमाणित करता है।

उमेश पटेल ने कहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने गौठानों के माध्यम से गौ माता के सेवा की व्यवस्था बनाई। 10894 गोठान संचालित किये, जिसमें चारे पानी की व्यवस्था की गई। “पैरादान महाअभियान“ जैसे कार्यक्रम चलाकर आम जनता को सहभागिता और गौसेवा के लिए प्रेरित किया। तीन लाख 50 हजार एकड़ से अधिक जमीन गौ माता की सेवा के लिए आरक्षित किए। पूर्ववर्ती कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार देश की पहली और इकलौती सरकार है, जिसनें गौ सेवा को धरातल पर उतार कर दिखाया है। दुर्भावना और पूर्वाग्रह से ग्रसित भारतीय जनता पार्टी की सरकार के पास गौ माता के सरंक्षण और संवर्धन के लिए अपनी कोई व्यवस्था/योजना नहीं है। सुराजी ग्राम योजना और गोठानों के लिए साय सरकार के द्वारा प्रस्तुत बजट में कोई प्रावधान नहीं है।

पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल ने कहा है कि इतिहास गवाह है कि जब-जब भाजपा की सरकार आती है गौ माता पर अत्याचार बढ़ जाते हैं, 2008 से 18 के बीच 1667 करोड़ का गौशाला अनुदान घोटाला हुआ, 115 गौशालयों को प्रतिदिन 28 लाख़ 75 हजार चारे के लिए दिए गए, 15 साल में 1560 करोड़ रुपया, 20 हजार रुपये पशुओं के दवा के लिए हर माह प्रति गौशाला अर्थात 15 साल में 41 करोड़ 50 लाख रुपये दवा के लिए, शैड और बिजली जैसी सुविधाओं के लिए 76 करोड रुपये, इसके साथ लगभग एक हज़ार एकड़ सरकारी जमीन इन भाजपा के द्वारा संचालित गौशालाओं पर लुटाए गए, लेकिन वहां चारा पानी के अभाव में गाय मरती रही और भाजपा नेता मोटे होते गए।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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