वृत्तचित्र अंगवाल का प्रदर्शन रविवार को

देहरादून, 17 फरवरी (हि.स.)। कुमाऊंनी काव्य यात्रा पर बनी,लंदन में रह रहे फ़िल्मकार ललित मोहन जोशी की आत्मकथात्मक कुमाऊनी फ़िल्म अंगवाल की स्क्रीनिंग में रविवार 18 फ़रवरी को देहरादून में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में सायं 4:00 बजे की जा रही है।

अंगवाल कुमाऊंनी कविता के उद्भव, विकास और उसमें अंतर्निहित दर्द की दास्तान है। वर्ष 2019 में उत्तराखंड की मनोरम पहाड़ियों में फ़िल्मायी गयी अंगवाल पहाड़ से होने वाले पलायन और वनोन्मूलन की भी काव्यात्मक दास्तान है। अंगवाल गुमानी से होती हुई, गौर्दा, श्यामाचरण दत्त पंत, रामदत्त पंत, चारु चंद्र पांडे, त्रिभुवन गिरी, देव सिंह पोखरिया और दिवा भट्ट तक जाती है। अंगवाल के जीवंत किरदार, हिमालय की अलौकिकता, बुरांश और काफल जैसे फल-फूल, अल्मोड़ा सरीखे बौद्धिक शहर, नौकुचियताल और भीमताल की शांत लहरें और कुमाऊं के शहरों और पहाड़ियों को जोड़ने वाली खूबसूरत घुमावदार सड़कें हैं।

अंगवाल का छायांकन पूना फिल्म संस्थान से प्रशिक्षित रंगोली अग्रवाल ने किया है। इसका संगीत कुमाऊँ के प्रसिद्ध सरोद वादक पं.चंद्र शेखर तिवारी और बांसुरी वादक पं हरीश चंद्र पंत ने दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज

   

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