राजेश की हल्द्वानी हिंसा में नहीं हुई थी मौत, सड़क हादसे में घायल होने पर गई है जान

हल्द्वानी, 18 फ़रवरी (हि.स.)। एसटीएच में इलाज के दौरान युवक मौत हो गई है। पुलिस की डायल 112 वैन के स्टाफ ने उसे आठ फरवरी के बाद उसे भर्ती कराया था। सड़क हादसे में घायल होने के बाद राजेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नौ फरवरी से राजेश का इलाज चल रहा था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों सौंप दिया है। इस बारे में नैनीताल पुलिस ने स्पष्ट किया है कि राजेश की मौत को मीडिया ने बनभूलपुरा की हिंसा जोड़ा जो गलत है।

मूलरूप से यूपी के रामपुर निवासी राजेश (35) पुत्र स्वर्गीय बाबू लाल होश संभालने के बाद से हल्द्वानी राजपुरा के वार्ड 4 स्थित टनकपुर रोड पर क्वार्टर नंबर 16 में अपनी मौसी कल्लो देवी के घर रह रहा था। यहां वह ठंडी सड़क स्थित एक चिकन शॉप पर काम करता था। बीती नौ फरवरी को राजेश डायल 112 वैन के पुलिस कर्मियों को चोरगलिया रेलवे क्रॉसिंग के पास घायल हालत में मिला था। पुलिस ने उसे एसटीएच में भर्ती करा दिया।

16 फरवरी की देर रात राजेश की इलाज के दौरान मौत हो गई। शनिवार को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया। मेडिकल चैकी प्रभारी प्रवीण तेवतिया ने बताया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा।

नैनीताल पुलिस का कहना है राजेश पुत्र स्व. बाबू लाल निवासी 16 क्वार्टर, वार्ड नबर 4, हल्द्वानी को बनभूलपुरा दंगे की हिंसा से जोड़ा गया है, जो तथ्यहीन है। सड़क हादसे में राजेश घायल हो गया था, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार/अनुपम गुप्ता/रामानुज

   

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