मीरजापुर को टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस, केंद्रीय राज्यमंत्री का जताया आभार

मीरजापुर, 18 फरवरी (हि.स.)। मीरजापुर को टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस प्रदान कराने के लिए मीरजापुर दरीज एण्ड कारपेट मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष बुधिया के नेतृत्व में पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग व जिले की सांसद अनुप्रिया पटेल से मिला और आभार जताया। साथ ही पत्रक सौंपकर कारोबारियों की समस्याओं के निराकरण की मांग भी की।

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि दरी-कालीन निर्माता, निर्यातकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें दरी व कालीन आइटी एक्ट 43बी एच से बाहर किया जाए। अथवा 45 दिन की समय सीमा को बढ़ाकर 180 दिन किया जाए।

सचिव मनोज खंडेलवाल ने कहा कि हस्त निर्मित दरी कालीन के निर्माण से निर्यात तक का समय लगभग 120 दिन से 180 दिन कम से कम लगता है।

उपाध्यक्ष इब्राहिम अंसारी, कोषाध्यक्ष चंद्रमोहन वासन ने समस्याओं के समाधान की मांग की। बताया कि रा मटेरियल ऊनी धागा, विसकोस, स्टेपर यार्न, रेशम, पालीस्टर, चिंदी एवं सूती धागा आदि की खरीद के पश्चात बायरर्स की ओर से चयन की गई डिजाइन के अनुरुप रंग के रंगाई में ही लगभग 15 दिन और बरसात में तो ज्यादा समय लगता है। वहीं रा मटेरियल की रंगाई के बाद बुनाई प्रारंभ की जाती है और हस्तनिर्मित दरियों की बुनाई में लगभग 45 से 90 दिन एवं कालीन बुनाई में 45 से 180 दिन लगता है।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/बृजनंदन

   

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