कृत्रिम बुद्धिमत्ता समाज में एक परिवर्तनकारी क्रांति : प्रो. हेल्गे रिटर

-ट्रिपल आईटी में तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय कार्यशाला का समापन

प्रयागराज, 19 फरवरी (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) इलाहाबाद के सेंटर ऑफ इंटेलिजेंट रोबोटिक्स द्वारा “एआई और ह्यूमन-रोबोट इंटरैक्शन“ पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हुआ। विशेषज्ञों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को समाज में एक परिवर्तनकारी क्रांति लाने वाला बताया जिसका विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।

बीलेफेल्ड विश्वविद्यालय, जर्मनी के प्रोफेसर हेल्गे रिटर ने कहा कि जैसे-जैसे एआई प्रौद्योगिकियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं हमारे रहने, काम करने और बातचीत करने के तरीके पर उनका प्रभाव तेजी से स्पष्ट होता जा रहा है। डॉ. केटी ड्रिग्स-कैंपबेल ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, उद्योग और शासन के साथ एआई के अंतर्सम्बंध की जांच कर हम अपने समाज और अर्थव्यवस्था पर एआई के दूरगामी प्रभावों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।

प्रो जीसी नंदी, प्रमुख, सी आई आर ने प्रतिभागियों को ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में रोबोटिक्स के आदिम दिनों की याद दिलाई और बताया कि कैसे युवा उत्साही छात्रों के एक समूह ने आधारशिला रखी जिसे आज हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित के रूप में देखते हैं। कार्यशाला के दौरान केंद्र के प्रतिष्ठित पुरा छात्रों को सम्मानित किया। प्रो. ओपी व्यास, निदेशक-प्रभारी और प्रो. जीसी नंदी ने पुरा छात्र पुरस्कार डॉ.अभिमन्यु लाड, इंजीनियरिंग निदेशक, लिंक्डइन, यूएस, सुदीप्ति गुप्ता, वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कैपिटल वन, यूएस, डॉ.आलोक पार्लिकर, उपाध्यक्ष अनुसंधान एवं विकास, कोबाल्ट स्पीच, डॉ. समीर मेनन डेक्सटेरिटी के सीईओ, भास्कर गुप्ता, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर, अमेज़ॅन, यूएस और प्रत्यूस पटनायक, उद्यमी, सिलिकॉन वैली, यूएस को प्रदान किया।

आईआईटी कानपुर के डॉ.इंद्रनील साहा और ग्वालियर ट्रिपल आईटी के डॉ.राहुल काला ने रोबोटिक्स के विभिन्न पहलुओं पर बात की। प्रतिभागियों को व्यावहारिक सत्र दिए गए जिसमें सेंटर ऑफ इंटेलिजेंट रोबोटिक्स में उपलब्ध वास्तविक रोबोटों का संचालन भी शामिल था। संस्थान के डॉ. पंकज मिश्र ने बताया कि कार्यशाला के अंतिम दिन उद्योग और शिक्षा जगत पर वार्ता हुई जो प्रतिभागियों को प्रौद्योगिकी और उद्योग में इसके अनुप्रयोग के बारे में अनुभव साझा किये गए। भास्कर गुप्ता (अमेज़ॅन रोबोटिक्स), राहुल थाथू (स्क्वायर), एरोन एडसिंगर (हैलो रोबोटिक्स) और मयूख भाओवाल (क्यूइन एआई) ने औद्योगिक सत्रों में अपने विचार व्यक्त किए।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम

   

सम्बंधित खबर