मांगों का निस्तारण न होने पर कर्मचारी करेंगे आंदोलन

हरिद्वार, 21 फ़रवरी (हि.स.)। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा ने कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण न होने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण की मांग की। निस्तारण न होने की दशा में कर्मचारी आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगे।

प्रदेश अध्यक्ष लखेडा एवं प्रदेश उपाध्यक्ष नेल्सन अरोड़ा प्रदेश संगठन सचिव छत्रपाल सिंह चौहान ने कहा कि कर्मचारियों को जनपद स्तर पर वर्षो से वर्दी नही मिली है जबकि तीन तीन बार शासनादेश होने के बाद भी वर्दी के लिए कार्यालय द्वारा अलग-अलग तरह के बहाने बनाये जाते हैं।

सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के देयकों का भुगतान करने में वर्षो लगा दिए जाते हैं और पेंशन न बनने से कर्मचारियों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कर्मचारियों की वेतन विसंगति, चिकित्सा प्रतिपूर्ति के बिलों का भुगतान न किया जाना उनका प्री ऑडिट होना की तरह कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कर्मचारियों के कांवड़ मेले भत्ते का भुगतान न किया जाना बजट न होने का बहाना बनाना।

उन्होंने कहाकि कोविड में अग्रणी भूमिका निभाने के बाद भी आज तक कोविड प्रोहत्साह भत्ता न दिया जाना और चिकित्सा अधिकारियों को 10 हजार भुगतान किया जाना, एनएचएम कर्मियों को 10 हजार भुगतान करना किंतु जिन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं संविदा कर्मचारियों, ठेका सफाई कर्मियों ने कार्य किया है, उन्हें आज तक कोविड प्रोत्साहन भत्ता नहीं दिया जाना अन्याय पूर्ण रवैया है। जबकि मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बाद भी आज तक कोविड भत्ता न दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

कर्मचारियों की सर्विस बुक, जीपीएफ बुक पूर्ण किया जाना, मृतक आश्रित कर्मचारियों की नियुक्ति समय से किया जाना आदि मांगो को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार, प्रमुख अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से मांग की है। मांगाें के पूर्ण न होने पर कर्मचारी आंदोलन करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/रामानुज

   

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