विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालय में जल्द शुरू होगा नया अंतरिक्ष पाठ्यक्रम

-डीआरडीओ और इसरो के वैज्ञानिक देंगे छात्रों को प्रशिक्षण

-2 महीने से 2 साल तक के कोर्स होंगे संचालित

जौनपुर, 23 फरवरी (हि.स.)।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर और विश्वविद्यालय से संबद्ध गाजीपुर और जौनपुर के सभी महाविद्यालयों को इंडियन स्पेस वीक के अनुरूप अंतरिक्ष पाठ्यक्रम संचालन की व्यवस्था करनी होगी जिसकी शुरुआत जल्द होने वाली है। जहां पर छात्रों को प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा। प्रमाण पत्र के आधार पर छात्र आगे की प्रतियोगी परीक्षा में भाग ले सकेंगे।

विश्वविद्यालय परिसर तथा संबद्ध महाविद्यालय को उच्च शिक्षा की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है जिसमें विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय के छात्र तथा विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय को अंतरिक्ष पाठ्यक्रम के नए कोर्स की शुरुआत जल्द ही होने वाली है। विश्वविद्यालय को इंडियन स्पेस वीक की वेबसाइट के माध्यम से संबद्धता लेनी होगी।विश्वविद्यालय को संबद्धता मिलने के बाद महाविद्यालय भी विश्वविद्यालय से संबद्धता लेगा। इसके बाद उन्हें विश्वविद्यालय परिसर और महाविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों का रजिस्ट्रेशन इंडियन स्पेस वीक की वेबसाइट पर जाकर करना होगा, जिसका शुल्क 100 रुपये रखा गया है। छात्रों के रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें कुल आठ विषयों में पढ़ाई का मौका मिलेगा अलग-अलग कोर्सों के लिए 2 महीने से 2 साल तक का पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इसके बाद पाठ्यक्रम के संचालन के लिए ऑनलाइन मोड के तहत इंडियन स्पेस वीक की वेबसाइट से ही छात्रों को जोड़ा जाएगा।जिसका प्रशिक्षण डीआरडीओ और इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा दिया जाएगा। अंतरिक्ष पाठ्यक्रम के कुल आठ विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद छात्रों को मिले प्रमाण पत्र के आधार पर ही उन्हें अंतरिक्ष तथा शैक्षणिक प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने का मौका मिलेगा, ऐसे में रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। अभी तक राज्य के 15 से ज्यादा विश्वविद्यालय ने इंडियन स्पेस वीक से संबद्धता ली है। तथा सभी महाविद्यालयों को पत्र भी भेजा जा चुका है। वहीं छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था इंडियन स्पेस वीक भी की वेबसाइट से ही करना होगा। कमजोर छात्र स्कॉलरशिप के सहारे प्रशिक्षण एवं प्रतियोगी परीक्षा में आसानी से भाग ले सकेंगे।

इस मामले में शुक्रवार को बात करते हुए कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर संबंधता लेने का एक पत्र आया है, जिसके लिए कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में छात्रों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे तथा छात्रों को टेक्निकल एजुकेशन से जुड़ने का भी एक अच्छा मौका है।

हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/सियाराम

   

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