फर्जी तरीके से बेच दी जमीन, जिसने बेची उसका नाम ही नहीं

- जनसुनवाई में आईं 97 शिकायतें, सबसे अधिक आए भूमि विवाद संबंधी मामला

देहरादून, 26 फरवरी (हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई हुई। जनसुनवाई में 97 शिकायतें आईं। अधिकतर शिकायत भूमि से संबंधी थी। इसके अतिरिक्त आपसी विवाद, समाज कल्याण प्रशिक्षण, एनएच मुआवजा, एनएच रोड ठीक कराने, जल जीवन मिशन जल निगम, एमडीडीए, पुलिस, नगर निगम, उरेडा, पशुपालन विभाग आदि विभागों से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुईं।

जनसुनवाई में धनेश चंद्र भट्ट निवासी अशोक विहार की शिकायत थी कि एक व्यक्ति ने उनके साथ फर्जीवाड़ा करते हुए उन्हें हरिद्वार बाईपास रोड पर दुकान बेच दी, जबकि भूमि पर विक्रेता का नाम दर्ज नहीं है। उन्होंने संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। जनसुनवाई में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम बीर सिंह बुदियाल, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, सहायक निदेशक सूचना बीसी नेगी, जिला पूर्ति विभाग से विवेकशाह आदि थे।

धोखे से बेच दी जमीन, रोक लगाने के बजाय तहसील से हो गया दाखिल खारिज

जीवनगढ़ निवासी महिला ने शिकायत करते हुए बताया कि उनकी भूमि धोखे से बिक्री कर दी गई है और दाखिल खारिज भी कर दिया गया है, जबकि दाखिल खारिज न करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। वहीं शिकायत मिली कि धोलास खास में एमडीडीए के प्लॉट बनाए जा रहे हैं, जहां पूर्व से बसे लोगों की 20 फीट चौड़ी सड़क को संकरा कर दिया गया है। एक अन्य प्रकरण में शिकायतकर्ता ने बताया कि शीशमबाड़ा में भूमि की रजिस्ट्री हो गई है, लेकिन कब्जा नहीं दिया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/वीरेन्द्र

   

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