भरतपुर को एनसीआर से बाहर करने की भी उठी मांग

भरतपुर, 28 फ़रवरी (हि.स.)। भरतपुर और डीग जिलों में एनसीआर के नाम पर यदि सरकार ने पुराने डीजल पेट्रोल वाहनों को बन्द किया तो सभी वर्गों के साथ किसान मजदूर संगठित होकर उसका विरोध करेंगे। किसान महापंचायत ने सर्व सहमति से पुराने वाहनों पर लगी पाबंदी के आदेशों को तुरन्त निरस्त करने तथा दोनों जिलों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से बाहर करने की मांग करते हुए किसानों को शीघ्र ही सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। जिले की वैर तहसील के ग्राम गोविन्दपुरा (मीठे के नगला ) में किसान महापंचायत में लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों के किसान भारी संख्या में पहुंचे।

किसान महापंचायत में किसान संघर्ष समिति के संयोजक किसान नेता इन्दल सिंह जाट ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में सबसे ज्यादा किसान ' मजदूर और नौजवान दुखी है। सरकारों ने उपेक्षा की जिसकी वजह से किसान कर्जदार होता चला गया और किसानों की आत्महत्या ये लगातार होती रहती हैं। महापंचायत में सैनी माली कुशवाह आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि आन्दोलन को और मजबूत बनाने के लिये दोनों जिलों में जनसम्पर्क को और तेज किया जाएगा। महापंचायत में किसानों ने कहा कि वाणगंगा नदी और गम्भीर कई दशक से सूखी पड़ी है और खेती वगैर पानी के बर्बाद हो रही हैं सरकार को ईआरसीपी को जल्दि पूरा कर किसानों के लिये सिंचाई के पानी का प्रबंध करना चाहिए। किसानों ने सभी कृषि उत्पादों पर समर्थन मूल्य देने की मांग भी की। किसानों ने दिल्ली आसपास आन्दोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया और जगह जगह सभाएं करने का निर्णय लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनुराधा/ईश्वर

   

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