खेलों में सबके दिल जीतें, कोई भी हार के ना जाए : कुलपति डॉ. मनोज दीक्षित

बीकानेर, 14 मार्च (हि.स.)। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में गुरुवार को अंतर महाविद्यालय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। कृषि विश्वविद्यालय से संबंधित सात संगठक महाविद्यालय श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू के चांदगोठी, झुंझुनू के मंडावा और बीकानेर कृषि महाविद्यालय के अलावा आईएबीएम और सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के करीब 300 विद्यार्थियों ने भव्य मार्च पास्ट किया।

इस अवसर पर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोज दीक्षित ने कहा कि खेलों में सबके दिल जीतें, कोई भी हार के ना जाए। उन्होंने कहा कि खेलों की लीक बहुत लंबी हो चुकी है लिहाजा कोई भी व्यक्ति खेलों में अपना करियर बना सकता है। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अंबरीष शरण विद्यार्थी ने कहा कि खेलने से मन प्रसन्नचित रहता है और आनंद का अनुभव होता है। मनुष्य का असली विकास आर्थिक रूप से नहीं बल्कि शारीरिक एवं मानसिक विकास से ही होता है।

एसकेआरएयू कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल सबसे अहम हैं। हम अगर कुछ समय खेलने के बाद पढ़ने बैठेंगे तो अच्छा फील होगा और इसके रिजल्ट भी अच्छे आएंगे। कुलपति ने कहा कि बीकानेर के चारों विश्वविद्यालयों के बीच भी अंतर विश्वविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हो। इससे पूर्व कुलसचिव डॉ देवाराम सैनी ने कहा कि खेलों से शारीरिक और मानसिक के साथ सामाजिक और आर्थिक विकास भी हो रहा है। आईपीएल इसका उदाहरण है। वित्त नियंत्रक राजेन्द्र खत्री ने खेलों को हार या जीत नहीं बल्कि खेल भावना से खेलने और पूरे उत्साह से खेलों में हिस्सा लेने हेतु प्रेरित किया।

स्पोर्ट्स बोर्ड चेयरमैन डॉ.वीर सिंह ने खेल आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एसकेआरएयू बनने के बाद पहली बार अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 14-17 मार्च तक कृषि विश्वविद्यालय परिसर में हो रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर

   

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