कीमती जमीन के चक्कर में साजिश रच पीड़ित जमीन स्वामी चंद्रभूषण को भेजा जेल

-घटना के वायरल वीडियो के आधार पर परिजनों ने केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र पांडेय को लिखा पत्र, मुगलसराय पुलिस की भूमिका पर सवाल

वाराणसी,16 मार्च (हि.स.)। जनपद चंदौली के मुगलसराय डाड़ी में कीमती जमीन हथियाने के चक्कर में साजिशकर्ता ने पूरी चालाकी के साथ खुद को जिंदा जलाने का आरोप लगा पीड़ित जमीन स्वामी चंद्रभूषण तिवारी 'बाबा जी' और उनके भतीजे उत्कर्ष को जेल भिजवा दिया। पीड़ितों के परिजनों ने इस मामले में मुगलसराय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा केन्द्रीय मंत्री और चंदौली सांसद डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय से न्याय की गुहार लगाई है।

परिजनों ने पूरे घटनाक्रम से जुड़ी वायरल वीडियो का हवाला देकर आरोप लगाया कि वीडियो में विजय गुप्ता नाम का व्यक्ति चंद्रभूषण तिवारी को अपने सहयोगियों के साथ पकड़ कर मारने पीटने के साथ अपमानित करते हुए दिखाई दे रहा है। वहीं,अपने शरीर पर केमिकल पोत घटना को दूसरा रूप दे दिया। पुलिस को अंधकार में रख थाने में शिकायत किया कि चंद्रभूषण और उनके भतीजे ने उसके ऊपर पेट्रोल छिड़क उसे जिंदा जलाने का प्रयास किया।

आरोप है कि मुगलसराय कोतवाल ने बिना ढंग से छानबीन किए ही चंद्रभूषण और उनके भतीजे पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। चंद्रभूषण के वृद्ध पिता और बड़ी विधवा भाभी की एक नहीं सुनी गई। परिजनों का कहना है कि मुगलसराय थाना प्रभारी के पास क्या कोई वीडियो या ठोस प्रमाण है कि चंद्रभूषण तिवारी ने पेट्रोल डालकर विजय गुप्ता को जलाने का प्रयास किया?। बिना जांच किऐ क्या इस तरह की कार्रवाई न्याय संगत है?।

परिजनों का कहना है कि 10 वर्ष तक विजय गुप्ता ने उनकी जमीन को कब्जा कर लिया। इस मामले में क्षेत्र के लोगों ने पंचायत भी की। लेकिन आरोपी ने अपने पुलिस विभाग में पकड़ का फायदा कर उनकी एक न सुनीं। अदालत में भी इस मामले को लेकर मुकदमा चल रहा है। जिस दिन यह घटना घटी उसके कुछ दिन बाद कोर्ट का फैसला आने वाला था। फैसला आता इसके पहले ही विजय गुप्ता ने फैसले का अंदाजा लगा चंद्रभूषण और उनके भतीजे को फंसा दिया।

परिजनों का कहना है कि विजय गुप्ता के मकान के अंदर और बाहर कैमरा लगा है। जीटी रोड पर उसका मकान है। जब विजय गुप्ता को आग लगाया जाएगा तो क्या उसमें फुटेज नहीं आएगा। वायरल वीडियो में चंद्रभूषण की पिटाई क्या सिद्ध करता है?। ऐसे में पूरे मामले में न्याय के लिए चंद्रभूषण तिवारी के परिजनों ने केन्द्रीय मंत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।

गौरतलब हो कि बहादुरपुर गांव निवासी चंद्रभूषण तिवारी व डांडी गांव के विजय गुप्त के बीच काफी समय से एक कीमती जमीन को लेकर विवाद है। डांडी गांव के विजय गुप्त का आरोप है कि घटना वाले दिन वह अपने घर के पास खड़ा था। इसी दौरान वहां चंद्रभूषण त्रिपाठी और उनका भतीजा उत्कर्ष पहुंचा। फिर उनके बीच कहासुनी शुरू हो गई।

इसी बीच चंद्रभूषण त्रिपाठी ने उसके ऊपर एक पेट्रोल फेंक दिया तथा उसके भतीजे ने आग लगा दी। इससे उसका सीना और हाथ जल गया। उसकी पत्नी और बेटे ने उसे अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद उसने थाने में लिखित तहरीर दी। मुगलसराय पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 85/2024 धारा-307/326/504/34 दर्ज किया गया और कार्रवाई की गई।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश

   

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