भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट के विरुद्ध खोला मोर्चाआज लता वर्मा की अर्थी लेकर भाजपाइयों ने किया हरदोई लखनऊ रोड जाम

bhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morchabhajpa ke netaon ne City magistrate ke viruddh khola morcha

आज लता वर्मा की अर्थी लेकर भाजपाइयों ने किया हरदोई लखनऊ रोड जाम

हरदोई,18 मार्च (हि. स.) । भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अहंकारी,निरंकुश,तानाशाह सिटी मजिस्ट्रेट के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। पूर्व अध्यक्ष विद्याराम वर्मा की पत्नी की मौत के बाद भाजपा नेताओं में आक्रोश उत्पन्न हो गया है। भाजपाइयों सड़क पर बैठकर विरोध जताया। सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा बीजेपी के वरिष्ठ नेता से बदसलूकी करने पर आहत पत्नी ने रविवार को दम तोड़ दिया था। नगर मजिस्ट्रेट को तत्काल हटाने की मांग को लेकर लखनऊ मार्ग पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के आवास के बाहर भारी तादात में बीजेपी नेता सड़क जाम कर विरोध जता रहे हैं।

आचार संहिता लागू होने के बाद अधिकारी किस तरह निरंकुश होकर कार्रवाई कर रहे हैं,इसका नजारा बीच शहर में देखने को मिला। होर्डिग बैनर हटवा रहे सिटी मजिस्ट्रेट भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के नाम का बोर्ड भी उखाड़ ले गए। इतना ही नहीं उन्होने पूर्व ज़िलाध्यक्ष के साथ जो बदसुलूकी की,उसके सदमें में पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत हो गई।

पहले दिन तो समूची भाजपा सन्नाटे में रही, लेकिन मीडिया में सुर्खियों में आने के बाद सोमवार को एका-एक भाजपा में उबाल आ गया। सांसद जयप्रकाश के साथ तमाम भाजपाई लखनऊ रोड पर आ गए और वहीं धरने पर बैठ गए। सिटी मजिस्ट्रेट के खिलाफ दो घंटे से खूब नारेबाजी की जा रही है।

आचार संहिता लगने के बाद बोर्ड हटाने के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने पूर्व भाजपा ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के नाम का बोर्ड उखड़वा दिया,इतना ही नहीं उन्होंने विरोध करने पर श्री वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने तक की धमकी दे डाली। उनकी पत्नी लता वर्मा अपने पति की इस तरह हुई बेइज्जती को बर्दाश्त नहीं कर सकी और इस सदमे में उनकी मौत हो गई।

श्री वर्मा की अपनी सरकार में इस तरह हुई बेइज़्ज़ती को मीडिया ने सुर्खियों में उछाला,उसके बाद प्रशासन ने बोर्ड उनके आवास पर पहुंचा दिया लेकिन कोई भी अधिकारी वहां पर ना तो शोक व्यक्त करने गया और ना ही किसी ने घटना के बारे में कोई वार्ता की।

प्रशासनिक तानाशाही से नाराज होकर सोमवार को सांसद जयप्रकाश ,नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र, पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव रंजन मिश्र, पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा राम बहादुर सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा रामकिशोर गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता भाजपा नेता रामौतार शुक्ला, नरेन्द्र पाल सिंह सोनू, गौ रक्षा प्रकोष्ठ के सुनील शुक्ला सहित सैकड़ों भाजपाई हरदोई लखनऊ मार्ग पर इकट्ठा हो गए और उन्होंने जाम लगा दिया। भाजपाइयों का कहना था कि ऐसे अधिकारी को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।

भाजपाइयों ने प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।समाचार लिखे जाने तक भाजपाई धरने पर बैठे हुए हैं हरदोई लखनऊ मार्ग पर सैकड़ो का फिल्म सैकड़ो गाड़ियों का काफिला जाम में फंसा हुआ है। पुलिस मौके पर मौजूद है।एडीएम प्रियंका सिंह और एएसपी पश्चिमी एमपी सिंह ने वहां पहुंचकर शाम पांच बजे तक कार्यवाई का भरोसा दिया है।हरदोई के प्रभारी मंत्री जे पी एस राठौर एवं आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने इस प्रकरण से मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया है।

भाजपा के ज़िलाध्यक्ष और सहकारी बैंक के अध्यक्ष रह चुके विद्याराम वर्मा लोकतंत्र सेनानी भी है। उनके साथ हुए इस तरह के बर्ताव से भाजपा सहित आम जनता में सिटी मजिस्ट्रेट के प्रति असंतोष है।

हिन्दुस्थान समाचार/अम्बरीष

/बृजनंदन

   

सम्बंधित खबर