मंदसौर: आत्महत्या कांड के फरियादियों ने की आरोपियों के मकान तोडेंने की मांग, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मंदसौर, 19 मार्च (हि.स.)। विगत दिनों मंदसौर जिले के ग्राम रूण्डी में दिल दहला देने वाला मामला हुआ था, जिसमें गांव के रहने वाले प्रकाश बंजारा (35) ने अपनी बेटी सुमन (13) और बेटे विशाल (10) को पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा दी थी और खुद भी फंदे पर झूल गया था। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने आरोपियों के मकान गिराने की मांग को कलेक्टर को ज्ञापन दिया है।

आत्महत्या के इस मामले में पुलिस ने राजू राठौर, कालू, सोनू, गोविंद, लीलाबाई, नोजीबाई और गीताबाई सभी निवासी रुंडी के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया था। मृतक की पत्नी नैनीबाई, मां सीताबाई, पिता सूरजमल बंजारा, वकील बंजारा ने बताया कि पहले प्रशासन ने तीन दिन में मकान को तोडने का आश्वासन दिया था उसके बाद 17 मार्च तक आरोपियों के मकान तोडने की कहा था, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब प्रशासन कह रहा है कि मकान में सामान रखा है, उसका कौन जिम्मेदार होगा। इस प्रकार बहाने बाजी की जा रही है। इसलिए हम आज फिर 19 मार्च मंगलवार को कलेक्टर मंदसौर से मिलने आये हैं और उन्हें ज्ञापन सौंप न्याय की मांग की है। परिजनों का कहना है कि हमें लगता है कि कलेक्टर भी आरोपियों के दबाव में कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।

मृतक की पत्नी नैनी बाई ने बताया कि मेरे पति और बच्चों की अस्थियां अब तक श्मशान घाट में ही हैं। जब तक हमें न्याय नहीं मिलता हम उन्हें नहीं उठायेंगे। न्याय की गुहार लगाने आज फिर हम मंदसौर कलेक्टर के पास आये हैं।

मृतक के परिजनों ने बताया कि आरोपियों में अभी भी कानून या पुलिस का कोई खौफ नहीं है। जेल के अंदर से भी वे हमारे पास धमकियों भरें संदेश पहुंचा रहे हैं। हम लोग बेहद परेशान हो चुके हैं। हमारी मांग यह है कि आरोपियों के अवैध मकानों को जल्द से जल्द तोडा जाये।

नैनीबाई ने ज्ञापन में कहा कि यदि आरोपियों के मकानों को नहीं तोडा जाता है तो वह भी कलेक्टर कार्यालय के सामने आत्महत्या कर लेंगी और उसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ अशोक

   

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