पूसीरे की आरपीएफ ने छह लोगों को बचाया

-फरवरी में बचाए गए 41 नाबालिग

गुवाहाटी, 26 मार्च (हि.स.) पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 22 से 25 मार्च तक पूसीरे के क्षेत्राधिकार के अधीन विभिन्न ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर जारी जांच अभियान के दौरान एक लड़का सहित 04 नाबालिगों को सफलतापूर्वक बचाया और एक लड़की को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने बताया कि फरवरी के दौरान, पूसीरे की आरपीएफ ने 41 नाबालिग लड़कों एवं लड़कियों और 08 महिलाओं का बचाव किया। बचाए गए बच्चों/महिलाओं को संबंधित चाइल्ड लाइन/एनजीओ, माता-पिता एवं जीआरपी को सौंप दिया गया।

24 मार्च की एक घटना में, न्यू जलपाईगुड़ी की आरपीएफ और जीआरपी टीम ने संयुक्त रूप से भागे हुए दो नाबालिगों को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से बचाया। बचाए गए नाबालिगों को उनकी सुरक्षित अभिरक्षा के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमिटी, न्यू जलपाईगुड़ी को सौंप दिया गया। उसी दिन, डिमापुर की आरपीएफ टीम ने ट्रेन संख्या 15603 (गुवाहाटी - लीडो इंटरसिटी एक्सप्रेस) में यात्रा कर रही एक लड़की को डिमापुर रेलवे स्टेशन पर चिकित्सा सहायता प्रदान की। बाद में उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल, डिमापुर (नगालैंड) में भर्ती कराया गया।

22 मार्च की घटनाओं में, गुवाहाटी की आरपीएफ टीम ने एक लड़के के साथ भागी एक नाबालिग लड़की को गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से बचाया। उसी दिन, न्यू तिनसुकिया की आरपीएफ टीम ने भागी हुई एक नाबालिग लड़की को बरडुबी रेलवे स्टेशन से बचाया। बचाए गए व्यक्तियों को सुरक्षित अभिरक्षा के लिए जीआरपी/गुवाहाटी और आश्रय गृह/तिनसुकिया को सौंप दिया गया।

ट्रेनों और रेल परिसरों में देखभाल और संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों से संबंधित मामले में निवारक उपाय किए जा रहे हैं। रेल यात्रियों की सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ आरपीएफ द्वारा अनवरत कार्रवाई की जाती है औऱ मानव तस्करी में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ बिना उचित अभिभावक, संदिग्ध तरीके से आवाजाही, अकेले यात्रा करने वाले बच्चों आदि मामलों के प्रति सतर्क रहती है।

हिन्दुस्थान समाचार /श्रीप्रकाश /अरविंद

   

सम्बंधित खबर