कवासी लखमा ने गोंडरा गांव को कैसिनो बना रखा है, जहां सीमावर्ती राज्य के आते हैं जुआरी : अजय चंद्राकर

कवासी लखमा ने बस्तर के आदिवासियों का किया अपमान, छत्तीसगढ़ को नशे में डूबोया

जगदलपुर, 27 मार्च (हि.स.)। भाजपा के बस्तर, कांग्रेस, महासमुन्द लोकसभा क्लस्टर प्रभारी व पूर्व मंत्री अजय चंदाकर ने भाजपा जिला कार्यालय में बुधवार को पत्रकारवार्ता में कांग्रेस और कवासी लखमा पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस की नीति शुरू से ही धनबल का इस्तेमाल कर वोट को प्रभावित करने की रही है। कवासी लखमा ने उसी नीति का अनुसरण करते हुए पैसे बांटकर वोट खरीदने का प्रयास किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कवासी लखमा की शह पर कोंटा विधानसभा के गोंडरा गांव जुए का अड्डा बन गया है, जहां सीमावर्ती राज्य के जुआरी भी आते हैं। कवासी लखमा ने इस गांव को कैसिनो बना रखा है।

चंद्राकर ने कहा कि कवासी लखमा लोकसभा का चुनाव केवल इसलिये लड़ रहे हैं ताकि वह अपने बेटे को राजनीति में स्थापित कर सकें। उनको बस्तर के विकास से कोई लेना देना नहीं है, कवासी लखमा ने पांच साल में बस्तर के लिये कुछ नहीं किया। कोरोना महामारी जैसे भीषण काल में शराब की होम डिलीवरी तक करवायी और छत्तीसगढ़ को नशे में डूबा दिया। उन्होंने कहा कि कवासी लखमा ने बस्तर जैसे क्षेत्र में आदिवासियों को अपमानित करने का कार्य किया है। उन्होंने दंतेवाड़ा की होली का उदाहरण देते हुए कहा कि दंतेवाड़ा जैसी होली देश में कहीं नहीं होती, यहां तक कि ब्रज में भी दंतेवाड़ा जैसी अनोखी होली नहीं खेली जाती और कवासी लखमा ने यहां धर्मांतरण को बढ़ावा देकर आदिवासी संस्कृति पर हमला कर उसे नष्ट करने का प्रयास किया है।

अजय चंद्राकर ने कहा कि कवासी लखमा और मलकीत सिंह गैदु झीरम कांड के प्रत्यक्षदर्शी है, उन्हें स्वयं सामने आकर झीरम कांड का खुलासा करना चाहिए। कांग्रेस और भूपेश बघेल ने झीरम कांड को राजनीतिक मुद्दा बनाया जबकि झीरम कांड भाजपा के लिए एक हृदय विदारक घटना है, जिसकी वह कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने झीरम कांड पर कांग्रेस की हर मांग को स्वीकार करते हुए कांग्रेस की मंशा अनुसार जांच करवाई जबकि भूपेश बघेल ने अपने शासन में एक भी जांच न करवाकर केवल राजनीति की है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

   

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