मप्र: सिंधिया परिवार का 44 सालों से गुना लोक सभा पर एक छत्र राज

चंदेरी, 27 मार्च (हि.स.)। वर्ष 2019 में सिंधिया परिवार के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुना शिवपुरी लोकसभा संसदीय क्षेत्र से हारना सिंधिया परिवार पर एक वज्रपात से कम नहीं था। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थामा और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवाई इसके पश्चात आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने सिंधिया की परंपरागत सीट गुना, शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया है।

ज्ञातव्य हो कि इतिहास के आईने में गुना लोकसभा संसदीय सीट पर अधिकांशतः सिंधिया परिवार का ही कब्जा रहा है, फिर भी गुना लोकसभा संसदीय क्षेत्र अपने समुचित विकास से वंचित है।

वर्ष 2003 में अशोकनगर जिला निर्मित हुआ स्वर्गीय माधराव सिंधिया के निधन पश्चात वर्ष 2002 में ज्योतिरादित्य सिंधिया इस संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीते परंतु 2003 से निर्मित अशोकनगर जिले का शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, अधोसंरचना विकास में जो पुरजोर कार्रवाई होना चाहिए थी वह नहीं हो पाई जिससे अशोकनगर जिला विकास के क्षेत्र में आज भी बहुत पिछड़ा हुआ है।

सिंधिया परिवार का आजादी के बाद भारतीय राजनीति में जो दबदबा रहा वह किसी से छिपा नहीं है, चाहे इस परिवार के सदस्य कांग्रेस पार्टी में रहे हो या जनसंघ में या हिंदू महासभा सहित भाजपा में रहे हो, सभी जगह इनकी प्रभावशाली भूमिका रही है, फिर भी सिंधिया परिवार गुना लोकसभा की परंपरागत सीट पर समग्र एवं समुचित विकास नहीं कर पाया है।

वर्तमान में सिंधिया परिवार के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी में रहकर लगभग 17 साल तक इस संसदीय सीट पर काबिज रहे और केंद्र सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य ऊर्जा एवं संचार विभाग में मंत्री रहे हैं, परंतु फिर भी क्षेत्र में वृहद् स्तर से उद्योग एवं वाणिज्यिक संस्थान की स्थापना संभव नहीं हो पाई है, जिस कारण संसदीय क्षेत्र आज भी औद्योगिक विकास में देश के कई संसदीय क्षेत्र से बहुत पिछड़ा हुआ है।

अब परिवार के वर्तमान मुखिया से गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र के लोगों को यह अपेक्षा है कि 2024 के चुनाव पश्चात सिंधिया परिवार संसदीय क्षेत्र का समग्र एवं समुचित विकास आवश्यक कराएंगे।

गुना संसदीय क्षेत्र तीन जिलों में समाहित है जिसमें गुना शिवपुरी अशोकनगर सम्मिलित है यदि तीन जिलों के विकास परिदृश्य पर दृष्टिपात करें तो कमोबेश गुना जिला उद्योग ,शिक्षा एवं स्वास्थ्य में दोनों जिलों से कुछ बेहतर है परंतु गुना जिले का समुचित विकास आज पर्यंत नहीं हो पाया है।

हिन्दुस्थान समाचार/निर्मल/नेहा

   

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