डॉक्टर की लापरवाही से गई मरीज की जान, मचा कोहराम

नवादा, 3 अप्रैल(हि. स.)। नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र के ड्योढ़ी स्थित मनोहर मेमोरियल अस्पताल में बुधवार को चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की मौत हो गई, जिसके विरुद्ध परिजनों ने हंगामा कर चिकित्सकों के विरुद्ध प्राथमिक के दर्ज करने की मांग की। आये दिन डॉक्टर एवं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से मरीजों की मृत्यु होने के आरोप लगते रहते हैं।बीते कुछ माह पूर्व भी डीह रजौली के एक दुधमुहे बच्चे की जान इलाज के क्रम में हो गई थी।

अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार को ऑक्सीजन खत्म होने की बात परिजन से कहकर शव को अस्पताल से बाहर कर पुलिस को सुरक्षा हेतु बुला लिया।मृतक सिरदला के परनाडावर थाना क्षेत्र निवासी 50 वर्षीय राजेंद्र मिस्त्री है।

परिजन द्वारा अस्पताल के बाहर हंगामा होने के बाद डायल 112 एवं थाना के पुलिस बल मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गए।वहीं परिजनों द्वारा थाने को लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था।

क्या कहते हैं परिजन-

मृतक के पुत्र शंकर कुमार ने कहा कि उनके पिता बढ़ई का काम करते थे एवं शनिवार की शाम को काम करके घर लौटे एवं चौक पर नाश्ता आदि करने चले गए।इसी बीच उन्होंने कहा कि उनकी तबियत ठीक नहीं लग रही है,मुझे डॉक्टर के पास लेकर चलो,जिसके बाद पुत्र अपने बीमार पिता को लेकर सिरदला स्थित अस्पताल गए,जहां चिकित्सक नहीं रहने के कारण वे रजौली स्थित मनोहर मेमोरियल अस्पताल में शाम को लगभग 6:15 बजे भर्ती कराये।भर्ती के समय पिता खुद चलकर अस्पताल में भर्ती हुए।भर्ती के समय अस्पताल प्रबंधन ने 2000 रुपये जमा करने का निर्देश दिया।साथ ही अस्पताल के दो-चार नर्स पिता को एक रूम में ले जाकर टेस्ट आदि के लिए ले गए।

इस दौरान अस्पताल के प्रबंधक ने कहा कि दस मिनट में तुम्हारे पिता ठीक हो जाएंगे।किन्तु लगभग आधे घण्टे अस्पताल कर्मी पिता को स्ट्रेचर पर लेकर आये और उनके मुंह से झाग आदि निकल रहा था और वे अचेतावस्था में थे।

अस्पताल कर्मियों ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म है।इसलिए इन्हें जल्दी से सरकारी अस्पताल लेकर जाइये।जब महज 500 मीटर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल लेकर निजी वाहन से गए तो वहां ड्यूटी में रहे चिकित्सक ने पिता को मृत घोषित कर दिया। इसकी खबर सुनते ही परिजन मनोहर मेमोरियल अस्पताल के बाहर हंगामा करने लगे।पुलिस ने परिजनो को कानूनी कार्रवाई करने की बात कहकर लिखित आवेदन देने की बात कही।

मृतक के पुत्र ने कहा कि मनोहर मेमोरियल अस्पताल द्वारा किसी प्रकार की बिना पर्ची दिए उन्हें अस्पताल से ऑक्सीजन खत्म होने का बहाना बनाकर भगा दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन/चंदा

   

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