मध्यप्रदेश एटीएस ने गुजरात के सूरत में दी दबिश, जब्त किए 360 बैरल

- सेंधवा में पकड़ाए अवैध हथियारों के तस्कर की निशानदेही पर की गई कार्रवाई, जांच-पड़ताल जारी

भोपाल, 4 अप्रैल (हि.स.)। अवैध हथियारों के निर्माण करने वालों और तस्करों पर मध्यप्रदेश एटीएस का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश एटीएस ने अब गुजरात के सूरत में दबिश देकर बड़ी कार्रवाई की है। यहां से एटीएस ने पिस्टल में उपयोग की जाने वाली अच्छी लेथ मशीनों से बनी 360 बैरल जब्त की हैं। यह कार्रवाई बड़वानी जिले से हाल ही में गिरफ्तार किए गए एक सिकलीगर की निशानदेही पर की गई है। एटीएस ने पहली बार यह भी खुलासा किया है कि मध्यप्रदेश के बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और धार जिलों के सिकलीगरों द्वारा अवैध हथियारों के निर्माण में कच्चा माल दूसरे राज्यों से मंगवाया जा रहा है। इस पूरे मामले में एटीएस कड़ी से कड़ी जोड़कर हथियारों के अवैध निर्माताओं, उनकी तस्करी करने वालों और रॉ मटेरियल सप्लाई करने वालों का पता लगा रही है।

पुलिस विभाग के जनसम्पर्क अधिकारी आशीष शर्मा ने गुरुवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मप्र एटीएस ने मूलत: बड़वानी जिले के खेतिया थाना के ग्राम धावड़ी निवासी सरनाम सिंह (32 वर्ष) पुत्र धीर सिंह को हाल ही में अवैध हथियारों के कारोबार से जुड़े होने के मामले में सेंधवा से ही गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह अस्थायी रूप से सूरत के प्रभुनगर क्षेत्र में रहकर अवैध हथियारों के निर्माण में उपयोग होने वाले रॉ मटेरियल और बैरल की सप्लाई मध्यप्रदेश तक करता है। उसकी निशानदेही पर एटीएस ने टीम गठित कर सूरत के हरिनगर उधना में चल रहे योगेश इंजीनियरिंग वर्क्स पर दबिश दी। इस कार्रवाई में 360 बैरल जब्त की। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही एटीएस ने खरगोन जिले के सिग्नूर में अवैध हथियार निर्माण करने वाली फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई करते हुए यहां से 434 बैरल जब्त की थी।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश एटीएस ने करीब 19 मार्च 2024 को खरगोन जिले के गोगांवा थाना क्षेत्र के सिग्नूर में चल रही अवैध आर्म्स फैक्ट्री पर दबिश देकर अंतरराज्यीय नेटवर्क का किया खुलासा किया था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एटीएस ने खरगोन जिले के कसरावद थाना क्षेत्र के ग्राम सरवल देवला निवासी राहुल पुत्र नानूराम यादव को खंडवा व सिग्नूर निवासी गुरुबख्त पुत्र लाल सिंह पटवा सिकलीगर को खरगोन से पकड़ा था। दोनों आरोपितों की निशानदेही पर खरगोन के सिग्नूर में चल रही फैक्ट्री पर छापा मारा और पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पिस्टल में उपयोग की जाने वाली अच्छी क्वालिटी की बैरल, अन्य कलपुर्जे एवं रॉ मटेरियल अन्तरराज्यीय स्तर पर जब्त किए। जांच में एटीएस को पता चला था कि प्रत्येक माह लगभग 500 से अधिक बैरल सूरत (गुजरात) से गुरुबख्त तक पहुंच रही थी।

थाना एटीएस-एसटीएफ, भोपाल में अपराध क्रमांक 04/2024 धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपित राहुल यादव एवं गुरुबख्त सिंह को गिरफ्तार किया था। इस फैक्ट्री से एटीएस ने पांच पिस्टल, दो अधबनी पिस्टल, आठ जिंदा राउंड, एक अधबनी बैरल, एक अधबनी अपर स्लाइड, चार फाइबर बट ग्रिप, 192 चेंबर बैरल, 96 शटर नाली चौकोर, एक आरी, एक ग्राइंडर, एक संडासी, एक कानस, एक छैनी, एक गोल कानस और लोहे की एक हथौड़ी जब्त की थी। खंडवा और सिग्नूर में पकड़ाए सिकलीगरों की निशानदेही पर ही एटीएस ने सेंधवा से सरनाम सिंह को गिरफ्तार किया।

मध्यप्रदेश एटीएस तलाश कर रही कहां-कहां जुड़े हैं तार

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के धार, बड़वानी, खरगोन एवं बुरहानपुर जिलों के सिकलीगरों के सक्रिय 17 डेरों में सिकलीगरों द्वारा अवैध हथियारों का निर्माण एवं विक्रय का कार्य किया जा रहा है। एटीएस, मप्र द्वारा अवैध हथियार निर्माण एवं विक्रय करने वाले मध्यप्रदेश एवं बाहरी राज्यों के व्यक्तियों पर सतत निगरानी रखी जा रही है। इसके अतिरिक्त ऐसे अन्तर्राज्यीय आतंकी/उग्रवादी संगठनों तथा गिरोह, जो इन अवैध हथियारों का इस्तेमाल कर किसी आतंकी एवं राष्ट्रविरोधी गतिविधि को कारित सकते हैं, उन पर भी एटीएस, मध्यप्रदेश द्वारा सतत प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / उमेद

   

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