वाराणसी: नगर आयुक्त ने रमना में वेस्ट टू चारकोल प्लांट का निरीक्षण किया

- इस प्रकार का देश में पहला प्लांट होगा जहां मई 2024 के अंत से बनने लगेगा कोयला

वाराणसी,08 अप्रैल (हि.स.)। इस वर्ष मई माह तक जिले में वेस्ट टू चारकोल प्लांट में शहर से निकलने वाले कूड़े से कोयला बनने लगेगा। लंका रमना ग्राम में संचालित वेस्ट टू चारकोल प्लांट को एनटीपीसी ने तैयार किया है। इस प्लांट की क्षमता आठ सौ मीट्रिक टन प्रतिदिन की है। इस प्रकार का प्लांट देश में पहला है।

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने सोमवार को प्लांट की प्रगति जानने के लिए इसका निरीक्षण किया। तकनीकी निरीक्षण में नगर आयुक्त ने एक-एक बिंदु की जानकारी ली। एनटीपीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने नगर आयुक्त को बताया कि प्लांट ट्रायल बेस पर अभी चलाया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन पचास मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुसार मई 2024 के अंत तक आठ सौ मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण प्रारम्भ कर दिया जायेगा, जिसमें प्रतिदिन लगभग चार सौ पचास मीट्रिक टन कोयले का निर्माण किया जायेगा।

नगर आयुक्त ने निर्देशित किया कि मई 2024 के अंत तक प्रत्येक दशा में प्लांट का संचालन पूरी क्षमता के साथ किया जाय। वर्तमान समय नगर में प्रतिदिन लगभग एक हजार मीट्रिक टन कूड़ा निकल रहा है, जिसमें करसड़ा में 600 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। रमना प्लांट की पूरी क्षमता के साथ संचालन होने पर सम्पूर्ण निकलने वाले कूड़े का निस्तारण आसानी के साथ हो सकेगा। इसके बाद नगर आयुक्त ने रमना में ही सेनेटरी लैण्डफिल साइट (एस0एल0एफ0) के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया। जहां

पर कूड़े की प्रोसेसिंग का कार्य किया जायेगा। निरीक्षण के समय अपर नगर आयुक्त दुष्यन्त कुमार मौर्य, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार, वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुज भाटी भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित

   

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