काशी में प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद् एवं गणितज्ञ आर्यभट्ट की जयंती मनी

वाराणसी, 21 मार्च (हि.स.)। प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद् एवं गणितज्ञ आर्यभट्ट की जयंती गुरूवार को मनाई गई। काशी भट्ट ब्राह्मण महासभा की पहल पर चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल के एक रेस्टोरेंट में गणितज्ञ आर्यभट्ट के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस दौरान समाज के अध्यक्ष पंडित नंदलाल राय ने महान ज्योतिषविद के जीवन के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में विक्रम संवत से पहले कोई तारीख नहीं थी। राजा विक्रमादित्य ने रामराज्य की स्थापना करने का प्रयास किया। आज अगर हम विश्व के अनुसंधान की बात करें तो हमें भारत बहुत पीछे दिखाई देता है। 16वीं शताब्दी से पश्चिमी देशों ने भारत में अधिपत्य के बाद ज्यादा आविष्कार किया। यहां के साहित्य , बेद एवं उपनिषद् की खोज की एवं साहित्य की नकल कर आविष्कारों की झड़ी लगा दी। समाज को दिशा देने वाले एवं शून्य का आविष्कार करने वाले आर्यभट्ट के लिखे हुए ग्रंथों को, पश्चिमी देश के लोगों ने गायब कर दिया। आज आर्यभट्ट की लिखी हुई सिर्फ एक किताब आर्यभट्टी ग्रंथ मौजूद है। जिसमें 121 श्लोक वर्णित है ।

जयंती मनाने में अवधेश राय, आनंद राय,चिंतामणि राय , सुभाष चंद्र शर्मा आदि शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन

   

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