कठुआ पुलिस ने एक और मददगार को पकडा

शहीद पीएसआई मामला
कठुआ पुलिस ने एक और मददगार को पकडा
पंजाब से पकड कर कठुआ लाया गया
गैंगस्टरों ने इस मददगार से बनाया था संर्पक
अब तक चार मददगारों को पकडा जा चुका है
गोविंद चौहान, जम्मू
शहीद पीएसआई दीपक शर्मा मामले में कठुआ पुलिस ने एक और मददगार को पकडा है। उसे पंजाब के जांलधर से पकड कर लाया गया है। इसके पकड में आने के बाद इस मामले में अभी तक पूछताछ के लिए चार लोगों को पकडा जा चुका है। जिसमें एक नितिन का रिश्ते में जीजा लगता है। दो ने गैंगस्टरों को भगाने में मदद की थी। जब जिसे पकडा गया है वह गैंगस्टरों के भागने के बाद उनके संर्पक में आया था। उसके साथ फोन पर बात हुई है। जिससे कयास लगाया जा रहा है कि उसे पता है कि गैंगस्टर कहा भागे है। फिलहाल दिल्ली या फिर पंजाब में उनके छिपे होने की जानकारी पुलिस के पास है। लेकिन किस इलाके में है इस बारे में पुख्ता सूचना नहीं है। एक पुलिस टीम को लगातार बाहर ही रखा गया है। जोकि गैंगस्टरों के बारे में सुराग लगाने में लगी हुई है। इस मामले में सिट भी बनाई जा सकती है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने जिन तीन मददगारों को पूछताछ के लिए पकडा है। उसमें एक मददगार जोकि नितिन का जीजा लगता है। उसने नितिन के परिजनों को बैलोरो गाडी में पंजाब पहुंचाने का काम किया था। कठुआ से भागने के बाद नितिन ने उसे परिजनों को पंजाब लाने का काम दिया था। अब उस जीजा ने पूछताछ के दौरान पुलिस को एक और नाम दिया। उसने बताया कि भागने के बाद गैंगस्टरों ने उससे संर्पक किया था। जिससे माना जा रहा है कि उसे उनके ठिकाने के बारे में जानकारी हो सकती है। उसे शाम को पकड कर लाया गया है। रात को पूछताछ के दौरान पुलिस को इस मामले में और सुराग लग सकते है। क्योंकि उससे कई बार फोन पर बात हुई है। ऐसे में हो सकता है कि गैंगस्टरों ने उससे छिपने में मदद ली हो। इन सब बातों का पता रात को कडी पूछताछ के दौरान ही चलेगा। क्योंकि दिन को कठुआ में पीआईपी विजिट में पुलिस व्यस्त रही। ऐसे में अब रात को इस मददगार की पूछताछ होगी।
बता दे कि यह बात साफ हो चुकी है कि मुठभेड के बाद तीनों गैंगस्टर मखन, लुडडन तथा नितिन कठुआ में ही छिपे रहे थे। उसके अगले दिन दोपहर को मददगारों की मदद से भागने में कामयाब रहे थे। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों पर एक एक लाख रूपये का ईनाम रखा है। लेकिन इस मामले में शामिल उस पुलिस टीम को भी ईनाम मिलना चाहिए। जिन्होंने बहादुरी का परिचय देते हुए उस रात एक गैंगस्टर शुन्नू को मुठभेड में मार गिराया था।

 
 

   

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