इंदौरः जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में 31 अनुपयोगी सूखे बोरवेल कराए गए बंद

इंदौर, 18 अप्रैल (हि.स.)। रीवा जिले में हाल ही में अनुपयोगी बोरवेल में मासूम बच्चे के गिरने की घटना को दृष्टिगत रखते हुये कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा इंदौर जिले में अनुपयोगी बोरिंग को बंद करवाए जाने के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिपालन में प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। जिले में अभी तक अनुपयोगी 31 बोरवेल बंद करवाए गए हैं।

जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन द्वारा गत दिवस आयोजित समीक्षा बैठक में जिले की जनपद पंचायतों को क्षेत्र में सूखे बोरवेल की सुरक्षित होने का स्थल सत्यापन करने हेतु निर्देशित किया गया था। निर्देशो के पालन में इन्दौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सहायक अभियंता एवं उपयंत्रियों के दल द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में सूखे बोरवेल का मौका निरीक्षण कर खुले पाये गये बोरवेल बंद करवाने की कार्यवाही करवाई गई। जनपद पंचायत देपालपुर के उपयंत्री नितीन वर्मा द्वारा ग्राम चिकलोण्डा में ग्राम में पानी की ठेल के पास स्थित खुले पड़े सूखे बोरवेल को स्वंय की निगरानी में मौके पर ही केप लगाकर बंद करवाया गया। वर्मा द्वारा ग्राम रावद में हरदेव गुर्जर, दिलीप पटेल, जगदीश पटेल एवं सुनील कोठारी चार किसानों के अनुपयोगी बोरवेल के मौका निरीक्षण में चारो बोरवेल सुरक्षित बंद होना पाया गया।

इसी प्रकार जनपद पंचायत सांवेर की उपयंत्री ऋतु उपाध्याय द्वारा ग्राम पंचायत मांगल्या में मौका निरीक्षण में चार बोरवेल सुरक्षित बंद होना पाया गया। जनपद पंचायत महू के उपयंत्री ललित मालवीय द्वारा ग्राम भगोरा में मनोज महेन्द्र का खुला पड़ा बोरवेल बंद करवाया गया। ग्राम देवगुराडिया में किसान मनोज पिता जगन्नाथ के खेत में स्थित खुले बोरवेल को भी लोहे की केप से सुरक्षित करवाया गया। जनपद पंचायत सांवेर में उपयंत्री सुधीर इन्दवे द्वारा ग्राम बसान्द्रा में श्मशान परिसर में दो बोरवेल बंद करवाने के निर्देश दिये गये।

जनपद पंचायत देपालपुर के पंथ बडोदिया में उपयंत्री सत्यप्रकाश बेलवंशी द्वारा स्थल निरीक्षण में सूखा बोरवेल पत्थरो से पेक किया जाना पाया गया। जनपद पंचायत सांवेर के उपयंत्री अखिल चौरे द्वारा ग्राम मण्डोत में खुले बोरवेल को बंद करवाया गया। जनपद इन्दौर के ग्राम नावदापंथ में उपयंत्री सिद्धार्थ जैन द्वारा खुले बोरवेल को पत्थर मिट्टी डलवाकर बंद करवाया गया। एवं ग्राम नरलाय किसान बंसी के बोरवेल पर सीमेंट कांक्रीट ब्लाक बनाने के निर्देश उपयंत्री ने दिये। ग्राम नरलाय के ही किसान दशरथ अंतर सिंह के बोरवेल को भी बद करवाया गया।

सिद्धार्थ जैन द्वारा जिले के ग्रामीण विकास के सभी उपयंत्रियों को उनके कार्यक्षेत्र के सूखे अनुपयोगी बोरवेल का सुरक्षित निष्पादन करवाकर 25 अप्रैल 2024 तक कार्यवार प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं। सीईओ जैन द्वारा सभी उपयंत्रियों को निर्देशित किया गया है कि निरीक्षण में खुला बोरवेल पाये जाने पर मौके पर ही ऐसे बोरवेल को सुरक्षित कराये एवं यदि बोरवेल मालिक निर्देशो का पालन नहीं करते है तो ग्रामीणो की जानमाल के लिये खतरा उत्पन्न करने के लिये ऐसे दोषी बोरवेल मालिक के विरूद्ध पुलिस में प्रकरण भी दर्ज कराने के निर्देश दिये गये हैं। सीईओ जिला पंचायत के निर्देश अनुसार सूखे बोरवेल के स्थल सत्यापन करने एवं खुले बोरवेल को सुरक्षित करने की कार्यवाही सभी पंचायतो में आगामी 07 दिवस में पूर्ण कर ली जायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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