कालीन उद्योग के विकास के लिए उठाए ठोस कदम तो सुधरे दशा

मीरजापुर, 21 अप्रैल (हि.स.)। कालीन उद्योग से जुड़े प्रमुख निर्यातकों के समूह 'विकास की ओर' की ओर से रविवार को महंथ शिवाला स्थित एक सभागार में बैठक हुई। इसमें वाराणसी, भदोही, मीरजापुर के कालीन उद्योग की वर्तमान दशा एवं उसे सुधारने तथा कालीन उद्योग के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जाने पर चर्चा हुई। साथ ही सीईपीसी चुनाव व मई माह में होने वाले कमेटी आफ एडमिनिस्ट्रेटर (सीओए) के चुनाव पर चर्चा हुई।

मीडिया से बातचीत के दौरान निर्यातक समूह के उमेश शुक्ला ने एक्सपोर्ट मार्ट भदोही में कम खर्च में ज्यादा से ज्यादा FAIR लगाने के प्रयास पर जोर दिया। कहा कि सीईपीसी की कार्यप्रणाली को और अधिक उत्पादक बनाया जाए और सरकार के साथ सीईपीसी के सम्बन्धों को और मजबूत किया जाए।

महिला सशक्तिकरण के लिए कालीन उत्पादन क्षेत्र में खोले जाएं ट्रेनिंग सेंटर

उमेश शुक्ला ने कहा कि कालीन उद्योग एक परिवार है। इसमें किसी प्रकार के आपसी विवाद को आपस में मिल बैठकर सुलझाना चाहिए। घर की बात घर में ही रहे तो अच्छा है। कहा कि कालीन उद्योग में प्रशिक्षित कारीगरों की भारी कमी है। इसे दूर करने एवं महिला सशक्तिकरण के लिए कालीन उत्पादन क्षेत्र में अधिक से अधिक ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएं एवं आर्थिक सहयोग और ब्याजमुक्त ऋण दिया जाए, जिससे वो अपने घर में उद्योग विकसित कर सकें।

कालीन उद्योग की प्रगति का मार्ग करेंगे प्रशस्त

'विकास की ओर' समूह के सदस्य एवं सीईपीसी के आगामी चुनाव के उम्मीदवारों ने विश्वास दिलाया कि यदि उन्हें सेवा का अवसर प्रदान किया गया तो वे अवश्य उपरोक्त विषयों पर यथाशक्ति कार्य करेंगे और कालीन उद्योग की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे। धन्यवाद ज्ञापन रवि पटोदिया ने किया।

इस दौरान विनय कपूर, भरत मौर्या, नुमान अहमद, संजय कुमार गुप्ता, उमेश शुक्ला, राशिद अंसारी, पंकज बरनवाल, अब्दुल सत्तार अंसारी, कुलदीप राज वटाल, जावेद अहमद, ओमप्रकाश गर्ग, सुनील कुमार जैन, शौकत खान, नवीन सुराना, दीपक खन्ना आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/आकाश

   

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