सुन्नी धर्मगुरु मौलाना अब्दुल अलीम फारुकी नहीं रहे

लखनऊ, 24 अप्रैल(हि.स.)। लखनऊ में चौधरी गढ़ियां मोहल्ले में रहने वाले सुन्नी धर्मगुरु मौलाना अब्दुल अलीम फारुकी नहीं रहे। बुधवार को मौलाना फारुकी के निधन की सूचना पर उनके आवास पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वह जमीयत उलमा-ए-हिंद के उपाध्यक्ष रहे हैं।

मौलाना अब्दुल अलीम फारुकी कुछ दिनों से पेंक्रियाज कैंसर से पीड़ित थे और इस दौरान उनका उपचार चल रहा था। सुबह अपने आवास पर ही अचानक से मौलाना फारुकी का इंतकाल हो गया। उनके भांजे मौलाना अब्दुल बुखारी को मौलाना फारुकी के निधन की सबसे पहले जानकारी हुई। अब्दुल बुखारी ने ही रिश्तेदारों को सुन्नी धर्मगुरु के इंतकाल की सूचना दी।

जुलूस-ए-मदहे सहाबा का नेतृत्व करने वाले सुन्नी धर्मगुरु मौलाना अब्दुल अलीम फारुकी के इंतकाल से लखनऊ में शोक में डूबे लोगों के लिए धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने अपना शोक संदेश दिया। इसी तरह मुस्लिम के शिया और सुन्नी धर्मगुरुओं, सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोगों और राजनीतिक क्षेत्र से जुड़ें तमाम चेहरों की ओर से भी शोक व्यक्त किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/राजेश

   

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