बंगाल के शिक्षा मंत्री ने भाजपा विधायकों की गैरमौजूदगी पर जताया अफसोस, अनुदान प्रस्ताव हुए पारित

कोलकाता, 18 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने मंगलवार को विधानसभा में भाजपा विधायकों की अनुपस्थिति पर अफसोस जताया, जब सदन ने राज्य के शिक्षा और उच्च शिक्षा विभागों के अनुदान प्रस्ताव पारित किए।

विधानसभा ने 2025-26 के लिए राज्य के सामान्य शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा विभागों के साथ-साथ खेल और युवा सेवा विभागों के खर्च के लिए अनुदान पारित किया।

इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान ब्रात्य बसु ने कहा कि जब शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होती है, तब भाजपा विधायक सदन में मौजूद नहीं रहते।

विपक्षी भाजपा विधायकों द्वारा लाए गए कटौती प्रस्तावों को विचार में नहीं लिया गया क्योंकि वे सदन में उपस्थित नहीं थे। भाजपा विधायकों ने दिन के पहले सत्र में ही विधानसभा से वाकआउट कर दिया था, जब स्पीकर बिमान बनर्जी ने होली के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर उनके द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को अनुमति नहीं दी।

स्पीकर ने कहा कि जो विपक्षी सदस्य कटौती प्रस्ताव लाए थे, वे सदन में मौजूद नहीं थे, इसलिए उन प्रस्तावों को मान्य नहीं माना गया। इसके बाद सदन ने अनुदान प्रस्तावों को ध्वनि मत से पारित कर दिया।

ब्रात्य बसु ने कहा कि राज्य सरकार स्कूल शिक्षा को और अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाने के लिए नई योजनाएं लागू कर रही है।

इसके अलावा, उन्होंने विपक्षी आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि राज्य के कई स्कूलों में छात्राओं के लिए शौचालय नहीं हैं। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य के 100 प्रतिशत स्कूलों में छात्राओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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