
हीरा कारखाना में काम कर रहे पिता-पुत्र की छूट चुकी थी नौकरी
घर में मिला सुसाइड नोट, आर्थिक कारण से आत्मघाती निर्णय
सूरत, 8 मार्च (हि.स.)। सूरत के अमरोली क्षेत्र में शनिवार सुबह सामूहिक आत्महत्या की घटना में माता-पिता और पुत्र की मौत हो गई। तीनों ने जहरीली दवा पीकर जीवन समाप्त कर लिया। घटना के पीछे आर्थिक तंगी की बात कही जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। अमरोली पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। आत्महत्या करने वाले भरत ससांगिया (50 ), पत्नी वनिता ससांगिया (47) और पुत्र हर्ष ससांगिया (30) हैं।
अमरेली पुलिस थाने के इंस्पेक्टर जेबी वनार ने बताया कि सुसाइट नोट मिला है, इसमें दो लोगों के नाम लिखे हुए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि परिवार ने अपने मकान का 22 लाख रुपये में सौदा किया था। इसमें एक लाख रुपये एडवांस लिए गए थे। इसके बाद खरीदार को पता चला कि मकान पहले से लोन पर लिया गया है। इससे उन्होंने मकान खरीदने से इनकार कर दिया और एक लाख रुपये एडवांस की रकम वापस करने की मांग की थी। छापराभाठा क्षेत्र में एंटेलिया ड्रीम रेसिडेंसी सोसायटी की दूसरी मंजिल पर ससांगिया परिवार रहता था। पिता और पुत्र दोनों हीरा कारखाने में काम करते थे। पत्नी वनिता हाउस वाइफ थी। पिछले साल हीरे में मंदी के दौरान पिता और पुत्र दोनों की नौकरी छूट गई थी। इसके बाद पिता भरत भाई पिछले दो महीने से वॉचमैन की नौकरी करते थे। वहीं पुत्र हर्ष एक कंपनी के लोन डिपार्टमेंट में काम करता था।
पुलिस के मुताबिक शनिवार सुबह भरत, वनिताबेन और पुत्र हर्ष अपने फ्लैट में जहरीली दवा पीने के बाद गंभीर हालत में मिले। आस-पड़ोस के लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्हें तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार फिलहाल वे जिस फ्लैट में रहते थे, उसका लोन लिया गया था। पिछले चार महीने से लोन की किश्त बाकी थीं। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें आर्थिक तंगी और रुपये वसूलने के लिए लोगों द्वारा परेशान करने का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय