राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय विशेष शिविर का भव्य समापन
- Admin Admin
- Mar 26, 2025

गोरखपुर, 26 मार्च (हि.स.)। गंगोत्री देवी स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सप्तदिवसीय विशेष शिविर का भव्य समापन अत्यंत उत्साह और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। समापन समारोह में विविध रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता का संदेश भी प्रभावी रूप से प्रतिध्वनित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक आशुतोष मिश्र उपस्थित रहे, उन्होंने अपने ओजस्वी संबोधन से स्वयंसेविकाओं को प्रेरित किया।
समारोह का शुभारंभ श्री मिश्र द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। इस दौरान सरस्वती वंदना दिव्या द्वारा एवं स्वागत गीत प्रियंका भारती द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत कर दिया।
अपने प्रेरक उद्बोधन में श्री मिश्र ने कहा
राष्ट्रीय सेवा योजना केवल एक सामाजिक सेवा कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह युवा मन में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और परोपकार की भावना विकसित करने का सशक्त मंच है। जब युवा शक्ति समाज की भलाई के लिए समर्पित होती है, तो राष्ट्र प्रगति के पथ पर द्रुत गति से अग्रसर होता है। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महिलाओं की भूमिका केवल घरेलू दायरे तक सीमित नहीं है, बल्कि वे समाज के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। आत्मनिर्भरता, सेवा-भावना और अनुशासन का समन्वय ही व्यक्ति को सशक्त बनाता है। इस शिविर के माध्यम से छात्राओं ने सामाजिक कुरीतियों को समझने, जागरूकता फैलाने और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में कार्य किया है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है।
उन्होंने यह भी कहा कि युवा यदि अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में केंद्रित करें, तो वे न केवल अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं, बल्कि समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. पूनम शुक्ला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से छात्राएँ न केवल सामाजिक सरोकारों से जुड़ती हैं, बल्कि उनके व्यक्तित्व में अनुशासन, आत्मनिर्भरता और सेवा-भावना का भी समावेश होता है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रियंका त्रिपाठी ने सप्तदिवसीय विशेष शिविर की प्रमुख गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान महिला सशक्तिकरण, नशा उन्मूलन, मतदाता जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण एवं मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर रैलियाँ एवं संगोष्ठियाँ आयोजित की गईं। स्वयंसेविकाओं ने समाज में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न रचनात्मक तरीकों का प्रयोग किया, जिससे जनसामान्य में सकारात्मक प्रभाव पड़ा। समापन समारोह में छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें मनमोहक नृत्य, नाट्य प्रस्तुतियाँ एवं गीत-संगीत शामिल थे। इन कार्यक्रमों ने समूचे वातावरण को जीवंत कर दिया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शिविर के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली स्वयंसेविकाओं को मुख्य अतिथि आशुतोष मिश्र व प्राचार्य डॉ. पूनम शुक्ला द्वारा पदक एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। उन्होंने पुरस्कृत छात्राओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सच्ची सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धि तक सीमित नहीं होती, बल्कि समाज के प्रति योगदान ही वास्तविक उपलब्धि है।
कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका अर्पिता ने कुशलता से किया, जबकि आभार ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी प्रत्या उपाध्याय द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रहीं।
राष्ट्रीय सेवा योजना के इस विशेष शिविर ने छात्राओं में सामाजिक जागरूकता, नेतृत्व क्षमता एवं उत्तरदायित्व बोध के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। यह शिविर इस संदेश के साथ संपन्न हुआ कि युवा शक्ति यदि सेवा, नैतिकता और अनुशासन के पथ पर आगे बढ़े, तो न केवल स्वयं का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित कर सकती है, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय