जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने पाकिस्तान समर्थक टिप्पणी पर चिंता व्यक्त की

श्रीनगर, 7 मार्च (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) और भाजपा नेता सुनील शर्मा ने कुछ सदस्यों द्वारा पाकिस्तान के साथ बातचीत करने पीओजेके और हमारे केंद्र शासित प्रदेश में विकास की स्थिति की तुलना करने और पाकिस्तान का महिमामंडन करने से संबंधित टिप्पणियों पर अपनी चिंता व्यक्त की है।

6 मार्च को जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर को लिखे एक पत्र में एलओपी शर्मा ने कहा कि मैं विपक्ष के नेता के रूप में अपनी क्षमता में आपको लिख रहा हूँ, इस प्रतिष्ठित सदन के पटल पर की जा रही कुछ टिप्पणियों के बारे में गहराई से चिंतित हूँ। यह देखा गया है कि विधानसभा के भीतर चर्चाएं पाकिस्तान के साथ बातचीत करने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में विकास की स्थिति की तुलना हमारे केंद्र शासित प्रदेश से करने और कुछ मामलों में ऐसी टिप्पणियां करने जैसे विषयों की ओर बढ़ रही हैं जिन्हें पाकिस्तान का महिमामंडन करने के रूप में समझा जा सकता है। विपक्ष के नेता ने कहा कि इस तरह के बयान हमारे देश की संप्रभुता अखंडता और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती पेश करते हैं और जम्मू-कश्मीर और देश के व्यापक हितों के लिए हानिकारक हैं। विपक्ष के नेता शर्मा ने स्पीकर से कार्रवाई करने और राष्ट्रीय हितों को कमजोर करने वाली चर्चाओं को रोकने का आग्रह किया। उन्होंने स्पीकर से अपील की कि अगर कोई शब्द या टिप्पणी असंसदीय भड़काऊ या राष्ट्रीय अखंडता के लिए हानिकारक लगती है तो उसे विधानसभा के आधिकारिक रिकॉर्ड से हटा दिया जाए। भाजपा नेता ने आगे दावा किया कि राष्ट्र के हित में दिए गए देशभक्तिपूर्ण बयानों को रिकॉर्ड से हटाया जा रहा है और कुछ ऐसे बयानों को रिकॉर्ड में रहने दिया जा रहा है जो पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं या उसका महिमामंडन करते हैं। यह तब हुआ जब जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को विधानसभा में भाजपा सदस्यों पर केंद्र में पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के कुछ फैसलों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है जो कि तत्कालीन महाराजा हरि सिंह ने इसे आकार नहीं दिया था। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की हाल की टिप्पणी का भी हवाला दिया और पूछा कि भाजपा सरकार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लाने से कौन रोक रहा है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता

   

सम्बंधित खबर