नारनौलः हकेवि की छात्रा का  राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद के लिए चयनित

नारनाैल, 6 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ के पर्यावरण अध्ययन विभाग की छात्रा गायत्री प्रधान का चयन राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद (एनईवाईपी) 2025 के लिए हुआ है। पर्यावरण नीति पर विमर्श में युवाओं की भागीदारी के लिए चर्चित यह वार्षिक आयोजन आगामी 24 व 25 जनवरी 2025 को जयपुर, राजस्थान में होने जा रहा है।

सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने गायत्री प्रधान की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह न केवल पर्यावरणीय विषयों पर विश्वविद्यालय की ओर से जारी प्रयासों का परिचायक है बल्कि विद्यार्थियों के माध्यम से पर्यावरणीय मुद्दों को उचित मंच पर प्रस्तुत करने का भी अवसर है।

कुलपति ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय की पर्यावरण नोडल अधिकारी डॉ. मोना शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि अवश्य ही गायत्री को मिले इस अवसर के माध्यम से विश्वविद्यालय के नवाचारपूर्ण दृष्टिकोण को प्रतिष्ठित मंच पर स्थान प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद युवाओं की आवाज को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस मंच के माध्यम से जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास जैसे विषयों को प्रस्तुत किया जाता है। गायत्री प्रधान ने अपने चयन पर कहा कि एनईवाईपी 2025 के लिए चयनित होना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान और गर्व की बात है। यह देश के पर्यावरणीय भविष्य को आकार देने में योगदान करने और समान विचारधारा वाले लोगों के साथ स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साझा करने का महत्त्पूर्ण अवसर है।

हकेवि की पर्यावरण नोडल अधिकारी और पर्यावरण अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मोना शर्मा ने बताया कि इस आयोजन में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से कुल 24 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, जिसमें विश्वविद्यालय की छात्रा गायत्री प्रधान हरियाणा राज्य व विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगी। उन्होंने कहा कि एनईवाईपी एक ऐसा मंच है, जो युवाओं को ज्वलंत पर्यावरणीय मुद्दों पर सार्थक संवाद के लिए प्रेरित करता है। उनका चयन उनके परिश्रम और हमारे द्वारा प्रदान किए जा रहे गुणवत्तापूर्ण पर्यावरणीय शिक्षा का प्रमाण है।

डॉ मोना ने बताया कि गायत्री का चयन कठिन प्रक्रिया के बाद हुआ, जिसमें उम्मीदवारों का मूल्यांकन उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों, नेतृत्व क्षमता, और पर्यावरण संरक्षण व स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता के आधार पर किया जाता है। आयोजन में देश भर के चुनिंदा युवा पर्यावरण विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे, समाधान प्रस्तावित करेंगे, और नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों, व अन्य परिवर्तनकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला

   

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