शिमला में नेपाली मजदूर की हत्या, साथी गिरफ्तार

शिमला, 15 जनवरी (हि.स.)। राजधानी शिमला के कुमारसैन थाना क्षेत्र के घुमाना गांव में नेपाली मजदूर की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मजदूर के सिर पर किसी वजनदार वस्तु से वार कर मौत के घाट उतारा गया है। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। हत्या का आरोप मृतक के ही साथी पर लगा है। आरोपी भी नेपाल का ही मूल निवासी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ धारा 103 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में गांव घुमाना निवासी देव राज चौहान (49) ने बताया कि करीब एक महीने पहले उनके चाचा के लड़के बसंत लाल ने दो नेपाली युवकों से परिचय कराया था। दोनों युवक करण (37) और अर्जुन (30) मजदूरी की तलाश में थे। बातचीत के बाद देव राज ने उन्हें अपने सेब के बगीचे में काम पर रख लिया। दोनों एक कैंप में रहते थे और बगीचे के काम में हाथ बंटाते थे।

शिकायतकर्ता ने बताया कि 14 जनवरी की शाम वह अपने काम से मालंदी गांव गया था। लौटते समय ओडी बाजार में अर्जुन उनसे खर्च के लिए 500 रुपयेमांगने आया और उन्होंने दे दिए। शाम 6:45 बजे उन्होंने करण से फोन पर बात की तो उसने बताया कि वे दोनों कैंप में हैं।

15 जनवरी की सुबह करीब 7:30 बजे गांव के ही ललित ने देव राज को फोन कर बताया कि कैंप के पास खेत में एक नेपाली युवक सो रहा है। यह सुनकर जब देव राज वहां पहुंचे तो देखा कि कैंप के कमरे का दरवाजा खुला था। अंदर अर्जुन का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा था। उसका चेहरा और सिर बुरी तरह चोटिल थे।

घटनास्थल पर करण मौजूद नहीं था। आवाज लगाने पर करण खेत में कंबल ओढ़े पड़ा मिला। पास में उसका काला बैग रखा था। देव राज के अनुसार करण नशे की हालत में था और उसकी पहनी हुई टी-शर्ट पर खून के धब्बे थे।

देव राज ने तुरंत इस घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और करण को हिरासत में ले लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि करण ने नशे की हालत में किसी कठोर वस्तु से अर्जुन के सिर और चेहरे पर वार कर उसकी हत्या की है।

पुलिस ने घटनास्थल की गहनता से जांच की है और आरोपी करण से पूछताछ कर रही है। हत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि प्रथम दृष्टया मामला नशे की वजह से उपजे विवाद का प्रतीत होता है।

इस घटना से गांव के लोग सहमे हुए हैं। स्थानीय लोग इस बात से हैरान हैं कि एक साथ रहने वाले मजदूरों के बीच ऐसा खौफनाक विवाद कैसे हो गया। अप्पर शिमला में इससे पहले भी नेपाली मूल के व्यक्तियों पर हत्या की वारदातों को अंजाम देने के मामले सामने आ चुके हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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