कीटनाशकों से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास महत्वपूर्ण:  प्रतापराव जाधव

नई दिल्ली, 13 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव ने गुरुवार को यहां स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा खाद्य वस्तुओं में कीटनाशक अवशेषों की निगरानी में चुनौतियों पर आयोजित राष्ट्रीय हितधारक परामर्श सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रतापराव जाधव ने खाद्य पदार्थों में कीटनाशक अवशेषों की सख्त निगरानी के लिए एक राष्ट्रव्यापी रणनीति की आवश्यकता पर जोर देते हुए सभी हितधारकों से खाद्य सुरक्षा और स्थिरता के लिए सर्वोत्तम विधियों को बढ़ावा देने में मिलकर काम करने का आग्रह किया।

कीटनाशकों पर हितधारकों के साथ यह परामर्श, टिकाऊ पैकेजिंग, न्यूट्रास्युटिकल्स, रोगाणुरोधी प्रतिरोध आदि जैसे उभरते मुद्दों पर इस तरह के परामर्शों की श्रृंखला में पहला है।

प्रतापराव जाधव ने हितधारकों को संबोधित करते हुए एफएसएसएआई की पहल की सराहना की और कीटनाशक निगरानी में मौजूदा विधियों की समीक्षा करने और कीटनाशक अवशेषों की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक मजबूत तंत्र बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में कृषि के महत्व पर भी जोर दिया। जाधव ने कहा कि आज के किसान नई तकनीक के उपयोग के प्रति अधिक अनुकूल हैं, इसलिए उन्हें कीटनाशकों के उपयोग और अच्छी कृषि विधियों (जीएपी) के बारे में शिक्षित करना आसान है। उन्होंने खाद्य वस्तुओं में कीटनाशक अवशेषों को कम करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार करने के लिए सभी हितधारकों से सहयोगात्मक प्रयासों पर जोर दिया।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि कीटनाशकों का अंधाधुंध उपयोग सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करता है। उन्होंने निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने और कीटनाशकों के उपयोग के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर व्यक्ति को सुरक्षित भोजन उपलब्ध हो। उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु कार्रवाई योग्य रणनीतियों के विकास का समर्थन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि इस परामर्श का प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित और स्वस्थ भोजन का आनंद ले सके।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव देवेश चतुर्वेदी ने अपने विशेष संबोधन में बाजार में नकली कीटनाशकों के मुद्दे पर प्रकाश डाला तथा उपभोक्ता स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कीटनाशकों के विवेकपूर्ण उपयोग पर जोर दिया।

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव सुब्रत गुप्ता ने कीटनाशकों से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए खाद्य मूल्य श्रृंखला में सभी हितधारकों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, कीटनाशक न केवल हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालते है, बल्कि व्यापार को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

एफएसएसएआई के सीईओ जी. कमला वर्धन राव ने अपने समापन भाषण में कठोर निगरानी और विनियामक उपायों के माध्यम से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एफएसएसएआई की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करके, हम न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य बल्कि अपने पर्यावरण, अपने किसानों की आजीविका और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के भविष्य की भी रक्षा करते हैं। इस परामर्श के परिणाम आज के कृषि और खाद्य सुरक्षा परिदृश्य की जटिलताओं को दर्शाने वाली अधिक प्रभावी नीतियों और विनियमों का आधार बनेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

   

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