पिछले बकाया भुगतान को नए रेसियों में जोड़ने के खिलाफ प्रधानों ने ग्राम्य विकास मंत्री को भेजा मांग पत्र
- Admin Admin
- Feb 15, 2025
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बाराबंकी 15 फ़रवरी (हि.स.)। मनरेगा कार्यों में पिछले वर्षों की फीडिंग को इस वर्ष के साठ चालीस रेसियो मानकर भुगतान किए जाने के आदेश से ग्राम प्रधानों में नाराजगी है। शनिवार को ग्राम प्रधान संगठन ने एसडीएम के माध्यम से ग्राम्य विकास मंत्री को एक मांग पत्र भेजा है। जिला प्रधान संगठन अध्यक्ष राम कुमार मिश्रा, ब्लॉक अध्यक्ष सभाजीत सिंह, विवेक सिंह, वीरेंद्र कुमार,शैलेन्द्र सिंह,विमलेश कुमार,लवलेश वर्मा ,राजा सिंह,मो हारुन ,कन्धई यादव आदि प्रधानों ने कहा है कि विगत वर्षों में प्रधानों द्वारा मनरेगा कार्य यथा अमृत सरोवर, गौ आश्रय स्थल निर्माण, अन्नपूर्णा भवन, खेल मैदान, आंगनबाडी, प्राथमिक विद्यालय बाउन्ड्री निर्माण आदि पक्के कार्यों को अपनी ग्राम पंचायतों में साठ चालीस श्रम सामग्री के अनुपात में कराया था तथा उसी वित्तीय वर्ष में बिल बाउचर की फीडिंग भी करा दी थी।
उस समय धन न होने से सामग्री मद का भुगतान नहीं हो पाया था। आज भी पुराना लाखों बकाया है। पूर्व में कराए गए कार्यों में प्रयुक्त की गई निर्माण सामग्री के भुगतान हेतु उच्च अधिकारियों से जब मिला गया तो उन्होंने बताया कि आयुक्त ग्राम विकास द्वारा विगत वर्षों में कराये गये कार्यों को वर्तमान वित्तीय वर्ष में भुगतान के समय श्रम सामग्री अनुपात से जोड़कर ही भुगतान करने को कहा गया है।
प्रधानों का कहना है कि यह आदेश गलत है। पुराने बकाए भुगतान को उसी साल के श्रम सामग्री अनुपात में जोड़ा जाए ताकि लाखों का बाकी भुगतान हो सके। लम्बे समय से सामग्री मद के पुराने भुगतान न होने से फर्मधारकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है तथा ग्राम पंचायतों को सामग्री आपूर्ति भी बाधित हो रही है जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पत्र के द्वारा पुराने भुगतान को उसी वर्ष का श्रम सामग्री अनुपात मान कर भुगतान कराने की मांग की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी