
जींद, 4 मार्च (हि.स.)। जुलाना क्षेत्र के पौली गांव में महिला एवं बाल विकास विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पौली गांव में महिलाओं को आंगनवाड़ी वर्कर द्वारा वैधता खत्म सैनेटरी पैड और चॉकलेट बांटी गई। महिलाओं ने जब चॉकलेट पर लिखी तारीख देखी तो उनकी वैधता खत्म मिली। जिस पर मंगलवार को महिलाएं जुलाना के महिला एवं बाल विकास विभाग में पहुंची तो वहां पर उन्हें कोई भी अधिकारी नही मिला।
गांव पौली निवासी आरती, कविता, पूनम, गीता व सरोज ने बताया कि उन्हें आंगनवाड़ी वर्कर ने सैनेटरी पेड और चॉकलेट दी थी। घर आकर महिलाओं ने जब चॉकलेट की वैधता की तिथि देखी तो उस पर पांच फरवरी 2025 तक वैधता मिली और सैनेटरी पेड 2020 में बने हुए मिले। महिलाओं ने आंगनवाड़ी वर्कर द्वारा की जा रही लापरवाही के खिलाफ जांच की मांग की है।
महिलाओं ने बताया कि बीपीएल परिवार की महिलाओं को आंगनवाड़ी द्वारा निशुल्क सैनेटरी पैड और चॉकलेट दिए जा रहे हैं लेकिन पौली गांव में जो पैड और चॉकलेट बांंटी गई है दोनों की वैधता खत्म हो चुकी थी। दोनों के प्रयोग से महिलाओं के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ सकता था। अगर महिलाएं वैधता नही देखती तो इसकी जिम्मेवारी किसकी होती।
सीडीपीओ जुलाना संतोष यादव ने बताया कि पौली गांव में सुपरवाइजर को भेज कर पूरे मामले की गहनता से जांच करवाएंगे। छानबीन के बाद ही पता चलेगा कि आंगनवाड़ी वर्कर ने लापरवाही क्यों की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा