चंद्रग्रहणः शुक्रवार को आकाश में गुलाबी लाल होकर चंद्रमा भी खेल रहा होगा खगोलीय होली

भोपाल, 13 मार्च (हि.स.)। देशभर में शुक्रवार, 14 मार्च को दोपहर में रंगों और गुलाल की लालिमा के साथ जब आप होली मना रहे होंगे, तब पश्चिमी देशों के आकाश में चमकता चंद्रमा भी लालिमा धारण कर खगोलीय होली खेल रहा सा होगा। ऐसा ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी यूरोप, अफ्रीका, दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी एशिया और अंटार्कटिका में पूर्ण चंद्रग्रहण की घटना के कारण हो रहा होगा। दरअसर, फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण की खगोलीय घटना होने जा रही है, जो भारत में नहीं दिखेगी। इसे पश्चिमी देशों में देखा जा सकेगा।

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने गुरुवार को इस खगोलीय घटना के बारे में बताया कि भारतीय समय के अनुसार प्रात: 9 बजकर 27 मिनिट 28 सेकंड पर उपछाया ग्रहण की घटना आरंभ होगी और यह दोपहर बाद 3 बजकर 30 मि‍निट 09 सेकंड पर समाप्‍त होगी। चूंकि इस समय भारत में दिन आरंभ हो चुका होगा, इसलिए यहां यह घटना नहीं दिखेगी। उन्होंने बताया कि चंद्रग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 3 मिनिट होगी, जिसमें पूर्ण चंद्रग्रहण 1 घंटे 5 मिनिट का होगा। इस दौरान चंद्रमा तामिया लाल दिखाई देगा। चंद्रमा और सूर्य के बीच एक रेखा में पृथ्‍वी के आ जाने से चंद्रमा पर कुछ देर के लिये सूर्य प्रकाश पूरी तरह नहीं पहुंच पाएगा, इससे चंद्रमा पर ग्रहण लगा दिखेगा।

सारिका ने बताया कि एक गणना के अनुसार विश्‍व की कुल जनसंख्‍या का लगभग 13. 41 प्रतिशत आबादी पूर्ण ग्रहण को पूरी तरह देख सकेंगे, वहीं 26.85 प्रतिशत आबादी आंशिक चंद्रग्रहण को देख सकेगी। अगर आप भारत में अपने शहर में चंद्रग्रहण को देखना चाहते हैं तो इसके लिये सात सितम्‍बर को इंतजार करना होगा। इस दिन आप एक घंटे 22 मिनिट की अवधि का पूर्ण चंद्रग्रहण देख पाएंगे।

सारिका के अनुसार, पश्चिमी देशों में दिख रहे इस ग्रहण की खास बातें –ग्रहण की कुल अवधि - 6 घंटे 3 मिनटपूर्णग्रहण की अवधि - 1 घंटे 5 मिनटआंशिक ग्रहण की अवधि - 2 घंटे 33 मिनटचंद्रग्रहण आरंभ समय - 9 बजकर 27 मिनट 28 सेकंडपूर्णग्रहण आरंभ समय - 11 बजकर 56 मिनट 06 सेकंडपूर्ण ग्रहण समाप्ति समय - 01 बजकर 01 मिनट 26 सेकंडचंद्रग्रहण समाप्ति समय - 3 बजकर 30 मि‍नट 09 सेकंड------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

सम्बंधित खबर