जो भगवान राम का न हुआ, वह जनता का क्या होगा : भूपेंद्र सिंह चौधरी

लखनऊ, 29 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के एटा के बयान पर करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जो भगवान राम का न हुआ, वह जनता का क्या होगा।

उन्होंने कहा कि किसान विरोधी समाजवादी पार्टी को आज अन्नदाताओं की याद आ रही है। यह उस समय कहां थे, जब इनकी ही सरकार में किसान भाइयों की फसल खेतों में सड़ रही थी। उनको अपनी फसल का वाजिब दाम नहीं मिलता था। किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे। भाजपा सरकार ने पिछले दस वर्षों में न केवल किसानों की आय में वृद्धि की है, बल्कि किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देकर हर अन्नदाता को सम्मानित करने का काम किया है। विपक्षी दलों पर हमलावर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जो भगवान राम का न हुआ, वह जनता का क्या होगा।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिन्होंने चीनी मिलों में ताले लगा दिये। अपने फायदे के लिए उन्हें बेच दिया। ऐसे इंडी गठबंधन और सपा वाले भला किसानों का दर्द क्या जानें। इतना ही नहीं कांग्रेस ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी थीं। इन्होंने किसान भाइयों का कर्ज माफ करने की जगह उनके साथ छलावा किया।

श्री चौधरी ने कहा कि जब किसान भाइयों के कर्ज माफ करने की बारी आई तो कांग्रेस ने दो-दो, तीन-तीन सौ रुपये का चेक थमा दिया। जनता चार जून को इंडी गठबंधन और सपा को उनके कर्मों का फल दे देगी। तब वह अपने परिवार के साथ घरों में कैद होने को मजबूर हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश में इमरजेंसी लगाकर हर नागरिक से उसका हक छिना, वह आज संविधान की बात करते हैं। यह उनके लिये शोभा नहीं देता है। देश और प्रदेश की जनता सब जानती है। देश की जनता जनार्दन चार जून को अपना फैसला बता देगी। यह वे लोग हैं, जो जनता के फैसले पर भी सवाल खड़ा करेंगे। जो प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर सकता है, वह कुछ भी कर सकता है। देश की जनता अच्छी तरह से जान गई है कि जो भगवान राम का न हुआ, वह उनका क्या होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/जितेन्द्र/राजेश

   

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