राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की पहली महिला निदेशक बनी डॉ. सीमा परोहा

कानपुर, 01 मई (हि.स.)। शुगर के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआई) में पहली बार महिला निदेशक डॉ. सीमा परोहा बनीं। पहली महिला निदेशक का गौरव उन्हें निदेशक प्रो. डी स्वाईन के सेवानिवृत्त होने पर आज एक मई को प्राप्त हुआ। इस प्रकार देश की आधी आबादी का सच्चे अर्थों में प्रतिनिधित्व पूरा हुआ। प्रो. परोहा वर्तमान में संस्थान के रसायन विभाग की प्रमुख जिम्मेदारी संभाल रही थी।

प्रो. सीमा परोहा ने निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात संस्थान कर्मियों को संबोधित करते हुये कहा कि उनके लिये निदेशक पद भी जिम्मेदारी से भरा है। वे अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने का पूर्ण प्रयास करेंगीं तथा कर्मियों के हितों के संवर्धन की दिशा में कार्य करेंगीं। संस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाना उनका प्रथम लक्ष्य होगा। इस कार्य को पूरा करने में सभी का सहयोग अपेक्षित है।

प्रो.परोहा ने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिये उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। सबका साथ, सबका विकास उनके लिये सूत्र वाक्य है। कर्मचारियों के प्रमोशन एवं नई भर्ती से जुड़े कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण करते हुये राष्ट्रीय शर्करा संस्थान और अन्य संस्थाओं के मध्य होने वाले एम.ओ.यू.पर भी शीघ्रता से कार्य होगा।

इंदौर में हुई शिक्षा दीक्षा

प्रो. सीमा परोहा का जन्म मूलतः मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में हुआ और उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा भी इंदौर के नामचीन विद्यालयों में संपन्न हुई। प्रो.सीमा परोहा ने वर्ष 2014 में संस्थान के जैव रसायन अनुभाग में प्रोफेसर जैव रसायन के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। लगभग दस वर्षों तक अध्यापन और अनुसंधान का गुरूतर कार्य संपन्न करते हुये प्रो. सीमा परोहा ने कई अनुसंधान पत्र भी प्रकाशित किये। वे लगभग गत एक दशक से सीएनजी. बायोगैस, सीएनजी, अल्कोहल एवं इथेनाल संबंधी खोजपरक कार्यों में रत हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश

   

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