जम्मू विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन

जम्मू। स्टेट समाचार
"उर्दू साहित्य के विकास में गैर-मुस्लिम लघु कथाकारों का योगदान" विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन बुधवार को यहां संस्कृति विभाग जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव सुरेश कुमार गुप्ता ने किया। सेमिनार का आयोजन जम्मू विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग और जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता जेएनयू दिल्ली के प्रोफेसर ख्वाजा एदक्रम उद दीन ने की। कला एवं संस्कृति विभाग जम्मू-कश्मीर के प्रमुख सचिव सुरेश कुमार गुप्ता मुख्य अतिथि थे, जबकि प्रतिष्ठित उर्दू लघु कथाकार और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता खालिद हुसैन और जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी के सचिव संजीव कुमार राणा सम्मान समारोह के प्रमुख थे। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी के सांस्कृतिक अधिकारी डॉ. शाहनवाज भी उपस्थित थे। अपने उद्घाटन भाषण में सुरेश कुमार गुप्ता ने एक महत्वपूर्ण विषय पर सार्थक सेमिनार आयोजित करने के लिए उर्दू विभाग, जम्मू विश्वविद्यालय और जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी की भूमिका की सराहना की। उन्होंने बताया कि वह खुद उर्दू भाषा और साहित्य से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने मंटू, बेदी, कृष्ण चंदर और अन्य जैसे उर्दू लेखकों की कुछ लघु कहानियों का भी अध्ययन किया था। गैर मुस्लिम उर्दू लघुकथा लेखकों पर लिखना बहुत जरूरी था और यह सेमिनार इस कमी को पूरा करेगा। सुरेश कुमार ने भविष्य में कला, संस्कृति और भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी की गतिविधियों पर संक्षेप में चर्चा की। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अकादमी कला, संस्कृति एवं भाषा को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक साहित्यिक समारोह आयोजित करेगी।

   

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