मध्य प्रदेश की जायरीनों को बंधक बनाकर लूटने वाले फर्जी पुलिसवालों से पुलिस की मुठभेड़

जायरीनों को बंधक बनाकर लूटने वाले फर्जी पुलिसवालों से पुलिस की मुठभेड़, पैर में लगी गोली

- एक घायल बदमाश को इलाज के लिए भेजा अस्पताल, तीन अन्य भी गिरफ्तार

कानपुर, 06 मई (हि.स.)। अरौल थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक मकनपुर कस्बे की दरगाह हजरत जिंदाशाह मदार का दर्शन करने कार से आ रहे मध्य प्रदेश की तीन जायरीनों को पुलिस की वेश में चार बदमाशों ने बंधक बनाकर लूट की घटना को अंजाम दिया था।

मामले की जानकारी पर पुलिस अधिकारियों के होश फाख्ता हो गये और फौरन सात टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीमों ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के जरिये पहचान करते हुए बदमाशों की ट्रैकिंग की, अरौल थाना क्षेत्र के विषधन रोड पर बैरियर लगाया। बैरियर तोड़कर भाग रहे बदमाशों का पुलिस ने पीछा किया तो फायरिंग शुरु कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश घायल हो गया और पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।

एडीसीपी पश्चिम विजयेन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को बताया कि मध्य प्रदेश के दामोह जनपद निवासी वसीम खान अपने दो साथी सौरभ ताम्रकार और आसिफ खान के साथ कार से शनिवार की देर रात कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक दरगाह हजरत जिंदाशाह मदार का दर्शन करने जा रहे थे। अभी वह मकनपुर कस्बे के पास देवकली गांव के सामने पहुंचे ही थे कि पुलिस की वर्दी में कार सवार चार बदमाशों ने उनकी कार रुकवा ली। इसके बाद तीनों जायरीनों को उन्होंने अपनी कार पर बैठाकर बंधक बना लिया और रातभर अलग-अलग जगहों पर लेकर घूमते रहे। इस दौरान बदमाशों ने उनके पास सोने की चेन, ब्रेसलेट, स्मार्ट वॉच, मोबाइल फोन सहित सभी प्रकार की नकदी छीन ली। इसके साथ ही फर्जी मुकदमें या एनकाउंटर की धमकी देकर बदमाशों ने वसीम खान के भाई हसन खान से फोन पे पर एक 50 हजार रुपये मांग लिया। रात भर अपनी कार पर तीनों जायरीनों को घुमाते रहे और रविवार की भोर पहर एक को पनकी तो दो को महाराजपुर थाना क्षेत्र में छोड़कर भाग गये।

एडीसीपी ने बताया कि पीड़ित वसीम खान की तहरीर पर अरौल थाना में मुकदमा दर्ज किया गया और सात पुलिस की टीमें घटना के खुलासे के लिए लगाई गईं। पुलिस टीमों ने सर्विलांस और करीब 250 सीसीटीवी फुटेज के जरिये बदमाशों को ट्रैक किया गया। भोर पहर बदमाशों की लोकेशन अरौल थाना क्षेत्र पर निकली तो विषधन रोड पर बैरियर लगाकर कार सवार बदमाशों को रोकने का प्रयास किया गया। इस पर वह लोग बैरियर तोड़कर भाग निकले और पुलिस ने पीछा किया तो अपने आप को घिरता देख अभियुक्तों ने अपनी गाड़ी रोड से एक आम के बाग में उतार दी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायर कर भागने का प्रयास किया। पुलिस की जवाबी फायरिंग पर एक अभियुक्त सूर्यकांत चौरसिया के पैर में गोली लग गई। सूर्यकांत के साथ उसके तीनों साथी दिव्यांशु कमल उर्फ लाली, रिशु सविता उर्फ लड्डू और अमन उर्फ शंटी को घेरकर मौके पर गिरफ्तार कर लिया। जिस कार का प्रयोग इन अभियुक्तों द्वारा आपराधिक घटना में किया था आज भी उसी कार का इनके द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था। घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है और अन्य तीनों से पूछताछ कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि घटना का जल्द खुलासा करने वाली पुलिस टीम को हौसला अफजाई करते हुए 50 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/मोहित

   

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