मतदान के दौरान हिंसा का केंद्र बना मुर्शिदाबाद

कोलकाता, 7 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में चार लोकसभा सीटों के लिए मंगलवार सुबह सात बजे से मतदान चल रहा है। इस बीच मुर्शिदाबाद जिले के दो निर्वाचन क्षेत्रों से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। मुर्शिदाबाद जिले के भागवानगोला विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भी मतदान चल रहा है। वहां भी हिंसा जारी है। पूर्व तृणमूल कांग्रेस विधायक इदरीश अली के असामयिक निधन के कारण ये सीट खाली हो गई थी।

मुर्शिदाबाद जिले के डोमकल में एक स्थानीय कांग्रेस नेता के आवास को निशाना बनाकर कथित तौर पर बम फेंके जाने के बाद तनाव बढ़ गया। तनाव बढ़ने से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।

मतदान शुरू होने के तुरंत बाद मुर्शिदाबाद जिले के रानीनगर में भी तनाव बढ़ने लगा। तनाव तब बढ़ा जब माकपा के बूथ एजेंट को एक बूथ से जबरदस्ती बाहर निकाल दिया गया। कथित तौर पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीछा किया तो माकपा एजेंट मुस्तकीम शेख किसी तरह भागने में सफल रहे और इलाके के एक केले के बगीचे में छिप गए।

पश्चिम बंगाल में माकपा के राज्य सचिव और मुर्शिदाबाद निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाया कि निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और एजेंटों को मंगलवार सुबह से ही धमकियां मिलनी शुरू हो गईं।

मालदा दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार श्रीरूपा मित्रा चौधरी ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं कि उनकी एक महिला बूथ एजेंट को उस निर्वाचन क्षेत्र के इंग्लिश बाजार क्षेत्र में मतदान केंद्र से जबरदस्ती बाहर निकाल दिया गया। अंत में, वह खुद बूथ पर पहुंची और बूथ में अपने एजेंट के प्रवेश को सुनिश्चित कराया। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश

   

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